ED ने FEMA कानून के उल्लंघन को लेकर जहूर वटाली पर लगाया 62 लाख का जुर्माना
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ED ने FEMA कानून के उल्लंघन को लेकर जहूर वटाली पर लगाया 62 लाख का जुर्माना

एजेंसी ने कहा है कि उसने जांच पूरी होने के बाद फेमा के उल्लंघन को लेकर वटाली को अंतिम कारण बताओ नोटिस जारी किया था. वटाली आतंक के लिए कथित तौर पर धन मुहैया कराने एवं पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा एवं उसके प्रमुख हाफिज सईद से कथित संपर्क को लेकर ईडी एवं राष्ट्रीय जांच एजेंसी के जांच दायरे में है. वटाली वर्तमान में जेल में बंद है.

कश्मीरी कारोबारी जहूर अहमद शाह वटाली.

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के कथित उल्लंघन को लेकर कश्मीरी कारोबारी जहूर अहमद शाह वटाली पर 62 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. यह मामला HSBC बैंक की दिल्ली शाखा में वटाली की ओर से नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रवासी बचत बैंक खाता खोलने से संबंधित है. 

एजेंसी ने कहा है कि उसने जांच पूरी होने के बाद फेमा के उल्लंघन को लेकर वटाली को अंतिम कारण बताओ नोटिस जारी किया था. वटाली आतंक के लिए कथित तौर पर धन मुहैया कराने एवं पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा एवं उसके प्रमुख हाफिज सईद से कथित संपर्क को लेकर ईडी एवं राष्ट्रीय जांच एजेंसी के जांच दायरे में है. वटाली वर्तमान में जेल में बंद है.

मालूम हो कि ईडी के मुताबिक जहूर अहमद शाह वटाली के परिवार की 1.48 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और दिल्ली में जम्मू-कश्मीर बैंक की शाखा में उसकी 25 लाख रुपये की जमा राशि को जब्त किया गया है. मनी लॉन्ड्रिंग कानून (PMLA) के तहत संपत्ति को जब्त करने का आदेश जारी किया गया था.

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इसी तरह ED ने 16 अप्रैल 2019 को जहूर वटाली की 6.18 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को अटैच की थी. कश्मीरी मूल के कारोबारी जहूर अहमद शाह वटाली के 60 से ज्यादा बैंक एकाउंट भी ED के राडार पर हैं. इसके अलावा कई ऐसे लोग हैं, जिनके खिलाफ बहुत जल्द बड़ी कार्रवाई होने वाली है.

कारोबारी जहूर अहमद शाह वटाली की काफी संपत्ति हरियाणा के गुरुग्राम में भी मौजूद है. ED की टीम ने पहले भी गुरुग्राम में उसकी एक संपत्ति को अटैच किया था. ED के मुताबिक जहूर अहमद शाह वटाली का संबंध कई आतंकी संगठनों के साथ है.

जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, जमात-उद-दावा सहित कई आतंकी संगठन शामिल हैं. आरोप है कि जहूर इन सभी आतंकी संगठनों के लिए हवाला के जरिये फंड की व्यवस्था कराता था.

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