CBSE का बड़ा फैसला, 10वीं के छात्रों को मनमाने तरीके से इससे ज्यादा अंक नहीं दे सकेंगे स्कूल
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CBSE का बड़ा फैसला, 10वीं के छात्रों को मनमाने तरीके से इससे ज्यादा अंक नहीं दे सकेंगे स्कूल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर किसी भी स्कूल द्वारा ऐसा किया जाता है कि सीबीएसई की तरफ से उसका मार्क्स खुद कम कर दिया जाएगा. 

CBSE का बड़ा फैसला, 10वीं के छात्रों को मनमाने तरीके से इससे ज्यादा अंक नहीं दे सकेंगे स्कूल

नई दिल्ली. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की तरफ से 10वीं का रिजल्ट इस सप्ताह किसी भी वक्त जारी किया जा सकता है. रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकेंगे. रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को रोल नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर और डेट बर्थ की जरूरत पड़ेगी. वहीं, इसी बीच मार्किंग पॉलिसी को लेकर बोर्ड ने एक बड़ा एलान किया है, जिसके मुताबिक कोई भी स्कूल मनमानी तरीके से किसी भी छात्र को 95 प्रतिशत से ज्यादा अंक नहीं दे सकेगा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर किसी भी स्कूल द्वारा ऐसा किया जाता है कि सीबीएसई की तरफ से उसका मार्क्स खुद कम कर दिया जाएगा. सीबीएसई के नए निर्देशों के मुताबिक बोर्ड ने यह फैसला स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए लिया है. सीबीएसई बोर्ड ने कहा है कि रेफरेंस ईयर में जितने स्टूडेंट्स का रिजल्ट 95 परसेंट से ज्यादा था, इस साल भी उतने ही स्टूडेंट्स को इतने अंक मिल सकते हैं.

आपको बता दें कि यदि संदर्भ वर्ष में चार स्टूडेंट्स को 95 परसेंट से ज्यादा नंबर मिले थे, तो इस साल भी स्कूल केवल चार स्टूडेंट्स को इतने नंबर दिए जा सकते हैं. इससे ज्यादा अंक देने पर सीबीएसई द्वारा मार्क्स खुद कम कर दिया जाएगा. 

इन तीन वर्षों को माना जाएगा संदर्भ ईयर
इस सत्र के लिए पिछले तीन वर्षों 2017-18, 18-19 और 19-20 को संदर्भ वर्ष माना जाएगा. संदर्भ वर्ष का नियम केवल 96, 97, 98, 99 और 100 अंक देने के लिए मान्य होगा. वहीं, 95 परसेंट से कम वाले स्टूडेंट्स पर इसका कोई असर नहीं होगा. 

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