डीयू में एडमिशन को लेकर एक अन्य छात्र का कहना है कि बोर्ड एग्जाम में 95.6 प्रतिशत अंक हैं. उनका सपना हिंदू या फिर हंसराज कॉलेज में पढ़ाई करने का था. लेकिन हाई कटऑफ की वजह से उन्हें इन कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाया, इसलिए उन्होंने राजधानी कॉलेज में एडमिशन ले लिया. हालांकि वे राजधानी कॉलेज में एडमिशन लेने से खुश नहीं हैं और अगली कटऑफ लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं.
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नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस बार सीबीएसई बोर्ड सहित अन्य राज्य बोर्डों द्वारा 12वीं की परीक्षाएं नहीं आयोजित की गई थीं. इसकी वजह से इन छात्रों को 30:30:40 के मार्किंग फॉर्मूले से पास किया गया था, जिसकी वजह से 12वीं के छात्रों को अधिक अंक मिले हैं. इसका असर अब दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के विभिन्न यूजी कोर्सेज के एडमिशन पर पड़ रहा है. आलम यह है कि 90 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले अधिकतर छात्रों को डीयू का मनपसंद कॉलेज नहीं मिल रहा है और उन्हें दूसरे कॉलेजों में एडमिशन लेना पड़ रहा है. एक छात्रा का कहना है कि उनका सपना हिंदू कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस विषय से बीए ऑनर्स करना था. 12वीं में 95 प्रतिशत से ज्यादा अंक आने के बावजूद भी उन्हें यहां एडमिशन नहीं मिल पाया. हालांकि, पहली कटऑफ में उन्होंने कालिंदी कॉलेज में एडमिशन ले लिया है.
डीयू में एडमिशन को लेकर एक अन्य छात्र का कहना है कि बोर्ड एग्जाम में 95.6 प्रतिशत अंक हैं. उनका सपना हिंदू या फिर हंसराज कॉलेज में पढ़ाई करने का था. लेकिन हाई कटऑफ की वजह से उन्हें इन कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाया, इसलिए उन्होंने राजधानी कॉलेज में एडमिशन ले लिया. हालांकि वे राजधानी कॉलेज में एडमिशन लेने से खुश नहीं हैं और अगली कटऑफ लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं.
इसी तरह बोर्ड एग्जाम में 95 प्रतिशत अंक लाने वाली एक अन्य छात्रा का कहना है कि वह पूरी तरह कन्फर्म थीं कि उनका एडमिशन नॉर्थ कैम्पस में होगा जाएगा, लेकिन कटऑफ ज्यादा आने की वजह से उन्हें इस कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाया और उन्होंने जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में दाखिला ले लिया. हालांकि वह भी अपने एडमिशन से खुश नहीं और अच्छे विकल्प की तलाश में हैं.
वहीं, बोर्ड एग्जाम में 96.25 प्रतिशत अंक लाने वाले पंजाब के एक छात्र का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास था कि इतने अंक पर उन्हें डीयू के टॉप-10 कॉलेज में दाखिला मिल जाएगा. लेकिन कटऑफ जारी होने के बाद नतीज कुछ और निकला और उन्हें डीयू के टॉप-10 कॉलेज में दाखिला नहीं मिला पाया. इसलिए उन्होंने क्राइस्ट यूनिवर्सिटी (Christ University) में साइकोलॉजी विषय में प्रवेश ले लिया.
आपको बता दें कि अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए दिल्ली विवि द्वारा अब तक तीन कटऑफ लिस्ट जारी की जा चुकी हैं. दूसरी कटऑफ में ही 4800 सीटों पर प्रवेश हो चुके थे. वहीं, टॉप कॉलेजों में दूसरी कटऑफ में सीटें फुल हो गई थीं.
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