G-20 summit: नई दिल्ली में जी-20 समिट का सफलता पूर्वक आयोजन हुआ. इस समिट की लंबे समय से तैयारी चल रही थीं. आप भी पिछले कई दिनों से लगातार इसका नाम सुन रहे होंगे. आइए जानते हैं क्या है ये...
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G-20 Name Full Form: भारत के लिए पिछले कुछ दिन वैश्विक स्तर पर बहुत महत्वपूर्ण थे. यह तो सभी जानते हैं कि इस बार जी-20 जी-20 समिट की मेजबानी की जिम्मेदारी भारत के पास थी. जी-20 समिट में विश्व के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने शिरकत की थी. आपने कई बार जी-20 देशों के बारे में और इस संगठन के बारे में सुना होगा.
आपने अपनी स्कूल की किताबों में भी इसके बारे में पढ़ा होगा. बहुत से लोगों को नहीं पता होगा कि आखिर यह जी-20 संगठन क्या है और इसमें जी का फुल फॉर्म क्या है? आज हम फिर एक बार G-20 संगठन के बारे में विस्तार से जानेंगे...
आखिर जी-20 है क्या?
दरअसल, G-20 ऑर्गनाइजेशन 20 बड़े देशों का एक ग्रुप है. इन सभी 20 मुल्कों के हेड ऑफ स्टेट एक जगह मिलकर मीटिंग करके वैश्विक स्तर पर कई मुद्दों पर चर्चा करते हैं. जानकारी के मुताबिक पहले इस समिट में इन सभी देशों के फाइनेंस मीनिस्टर्स ही शामिल होते थे, लेकिन फिर इसका लेवल बढ़ा दिया गया. आपको बता दें कि जी-20 की पहली बैठक साल 2008 में अमेरिका के वॉशिंगटन में हुई. हर साल G-20 सम्मेलन होता है, भारत में इसके 18वां सम्मेलन का आयोजन किया गया था.
बेहद अहम है ये संगठन
दरअसल, इस संगठन में शामिल सभी देशों का वैश्विक जीडीपी, व्यापार आदि में काफी हिस्सा है. विश्व की 85 प्रतिशत जीडीपी इन राष्ट्रों के पास ही है. जी-20 में जी का मतलब लोग ग्लोबल मानते हैं, लेकिन यहां 'जी' का मतलब 'ग्रुप' यानी कि समूह से है. ये ग्रुप के लिए इस्तेमाल किया गया जी है, इसलिए इन 20 देशों के समूह को 'ग्रुप ऑफ ट्वेंटीज' कहा जाता है,
जी-20 के सदस्य राष्ट्र
जी-20 संगठन के 20 सदस्य राष्ट्र है. इसमें शामिल होने वाले देश अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, अर्जेंटीना, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किए, यूनाइटेड किंगडम, और यूरोपियन यूनियन हैं.