IIT दिल्ली की इस तकनीक से सड़क पर फिर दौड़ा सकते हैं अपनी पसंदीदा विंटेज कार
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IIT दिल्ली की इस तकनीक से सड़क पर फिर दौड़ा सकते हैं अपनी पसंदीदा विंटेज कार

इस प्रयोग में 1948 की एक पुरानी बीटल गाडी को इलेक्ट्रिक कार में बदला गया. इस कार की बैटरी 1 बार फुल चार्ज होने पर 70 किमी तक का सफर तय कर सकती है. 

आप भी इसी तरह अपने गैराज की रौनक बढ़ा सकते हैं....

नई दिल्ली : अगर आप भी अपनी पुरानी विंटेज कार या 15 साल पुरानी गाडी को फिर से सडक पर दौडाना चाहते हैं तो अपके लिए एक खुशखबरी है. IIT दिल्ली के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर क्लीन एयर (CERCA) नें एक ऐसी तरकीब खोज निकाली है जिस से आप न सिर्फ अपनी पुरानी गाडी दुबारा चला सकते हैं बल्कि पर्यावरण बचाने में भी योगदान दे सकते हैं. 

  1. बिना प्रदूषण फैलाए दौड़ेगी आपकी विंटेज कार
  2. कामयाब रहा है आईआईटी दिल्ली का ये प्रयोग
  3. दो महीने का इंतजार और 5 लाख का खर्च संभव
  4.  

CERCA का प्रयोग
IIT दिल्ली की इस पहल से आप अपनी पुरानी कार को बिना प्रदूषण फैलाए दुबारा चला सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी पुरानी पेट्रोल या डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलना होगा. CERCA द्वारा किए इस प्रयोग से असानी से पुरानी से पुरानी किसी भी पेट्रोल या डीजल कार को आसानी से और बेहद कम लागत में  इलेक्ट्रिक कार में तब्दील किया जा सकता है. 

यूं बदल गई 1948 Beetle की तकदीर
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इस प्रयोग में 1948 की एक पुरानी बीटल गाडी को इलेक्ट्रिक कार में बदला गया. इस कार की बैटरी 1 बार फुल चार्ज होने पर 70 किमी तक का सफर तय कर सकती है. आप अपनी जरुरत के हिसाब से बड़ी या छोटी बैटरी लगवा सकते हैं. खास बात ये है कि अगर आप अपनी पुरानी गाडी को इस तरह से इलेक्ट्रिक कार में तब्दील कराते हैं तो सीधे तौर पर पर्यावरण को सुरक्षित कर सकते हैं. पेट्रोल या फिर डीजल गाडियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कार (E-Car) से पर्यावरण में कार्बन या अन्य हानिकारक गैसों का उतसर्जन नही होता. 

5 लाख में बदल जाएगी गाड़ी की तस्वीर
IIT दिल्ली के इस प्रयोग में प्रोजेक्ट कॉर्डीनेटर रहे हेमंत कौशल के मुताबिक किसी भी पेट्रोल या डीजल कार को इस प्रक्रिया से इलेक्ट्रिक कार में तबदील करने में 2 महीने तक का वक्त लग सकता है. वहीं इस बदलाव में 4 से 5 लाख तक का खर्च आ सकता है. बकौल हेमंत वो ऐसा विकल्प ढूंढना चाहते थे जिसमें लागत कम हो ताकि लोग इसे आसानी से अपना सकें. हांलाकि पर्यावरण को बचाने और आपकी पसंदीदा कार जो वेस्ट हो चुकी है उसे फिर से चलाने के लिए ये लागत बेहद कम है.

IIT दिल्ली के डायरेक्टर, प्रोफेसर वी रामगोपाल राव का कहना है कि पिछले 50 सालों  में हमने प्रदूषण पृथ्वी की  जलवायू को हो रहे नुकसान को देखा है. अब समय आ गया है कि इसको रोका जाए और प्रदूषण के खिलाफ अन्य विक्लपों पर काम किया जाए. इलेक्ट्रिक वाहन इसका एक बेहतर विकल्प है.

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