Biopic Films: बायोपिक फिल्में बीते कुछ वर्षों में लोकप्रिय हुई हैं. इनके पीछे-पीछे सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में भी आने लगीं. खास बात यह है कि जिनकी कहानियों पर फिल्में बनती हैं, निर्माता उन्हें भी पैसा देते हैं. जानिए कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जिनके लिए हस्तियों या उनके परिवार को धन दिया गया...
Trending Photos
Sanjay Dutt: बॉलीवड के निर्माता राइटरों को पैसा देने में भले कंजूसी करें, मगर रेडिमेड बायोपिक फिल्मों के लिए उन हस्तियों या उनके परिवार को मोटी रकम देते हैं, जिन पर फिल्म बनाते हैं. आम तौर पर ये फिल्में चल जाती हैं और निर्माता इसलिए दांव खेलना सुरक्षित समझते हैं. बायोपिक व्यक्ति विशेष या उनकी अनुपस्थिति में परिवार की सहमति से बनाई जाती हैं. बीते कुछ वर्षों में गुंजन सक्सेना, संजू, अजहर, एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी, दंगल, नीरजा, सरदार उधम सिंह, रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट, पान सिंह तोमर, मैरी कॉम और सरबजीत जैसी लोकप्रिय बायोपिक फिल्में बनी हैं. जानते हैं इनमें से कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जिन्हें बनाने के लिए हस्तियों या उनके रिश्तेदारों ने कितनी रकम ली. ये आंकड़े फिल्म ट्रेड या खबरों में दर्ज हुए हैं.
एमएस धोनीः एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय बायोपिक्स में है. सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने इसमें धोनी का रोल निभाया. रिपोर्टों से पता चलता है कि एमएस धोनी (M.S. Dhoni) ने बायोपिक के लिए अपनी कहानी बताने के वास्ते 45 करोड़ रुपये लिए थे.
संजय दत्तः फिल्म संजू में रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) ने संजय दत्त (Sanjay Dutt) की भूमिका निभाई थी. फिल्म ब्लॉकबस्टर बनी. राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani) निर्देशक थे. 2018 में आई फिल्म के लिए, संजय दत्त को मेकर्स से 9-10 करोड़ रुपये के साथ प्रॉफिट में हिस्सा दिया था.
एमसी मैरीः बॉक्सर मैरी कॉम की कहानी में प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने केवल तारीफें पाईं, बल्कि इसे सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला. बताया जाता है कि एमसी मैरी को निर्माताओं ने मात्र 25 लाख रुपये प्रदान किए थे.
पान सिंह तोमरः पान सिंह तोमर एक लोकप्रिय बायोपिक है. जिसमें इरफान खान ने लोगों का दिल जीता. फिल्म बताती है कि कैसे एक राष्ट्रीय स्तर का एथलीट कुख्यात डकैत बनने को मजबूर हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक पान सिंह तोमर के परिवार को फिल्म निर्माताओं से केवल 15 लाख रुपये मिले थे.
लक्ष्मी अग्रवालः एसिड-अटैक सर्वाइवर और सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर निर्देशक मेघना गुलजार (Mehna Gulzar) ने छपाक नाम से फिल्म बनाई. खबरों के मुताबिक लक्ष्मी अग्रवाल को उनकी कहानी बताने और फिल्म की सहमति देने के लिए 13 लाख रुपये का भुगतान किया गया था.
मिल्खा सिंहः फ्लाइंग सिख नाम से मशहूर मिल्खा सिंह की इस बायोपिक ने धूम मचाई थी. फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) इसमें विश्वनीय नजर आए थे. मिल्खा सिंह ने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था. रिपोर्ट्स की मानें तो मिल्खा सिंह ने फिल्म के लिए सिर्फ 1 रुपया चार्ज किया था. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कामयाब थी.
मोहम्मद अजहरुद्दीनः पूर्व भारतीय क्रिकेटर-कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के बारे में उनकी बायोपिक की रिलीज से पहले कहा गया था कि उन्होंने निर्माताओं से मोटी रकम ली. लेकिन निर्देशक टोनी डिसूजा ने बताया कि अजहरुद्दीन ने एक पैसा भी नहीं लिया. फिल्म कमाल नहीं कर पाई. इमरान हाशमी (Emraan Hashmi) ने अजहर की भूमिका निभाई थी.