जावेद अख्तर ने दिल्ली हिंसा पर एक ट्वीट किया है. उन्होंने कपिल मिश्रा पर निशाना साधा तो लोगों ने उन्हें ही ट्रोल करना शुरू कर दिया. जानें पूरा मामला.
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नई दिल्ली : अहमदाबाद में जब दुनिया की दो सबसे बड़ी शख्सियत लोगों को संबोधित कर रही थीं तो राजधानी दिल्ली को सुलगाने की साजिश चल रही थीं. उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर खूब हिंसा भड़की. हिंसा में जमकर पथराव हुआ और लूटपाट हुई. इस हिंसा में एक पुलिसवाले के साथ छह लोगों की मौत हो गई है और करीब 76 लोग घायल हैं. इसे लेकर अब जावेद अख्तर ने ट्वीट किया है, जिस पर वह खुद ही ट्रोल हो गए हैं.
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपने ट्वीट में कहा कि दिल्ली में हिंसा का स्तर किस कदर बढ़ गया है. सभी कपलि मिश्रा बेपर्दा हो रहे हैं. ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि दिल्ली के आम निवासियों को ये यकीन दिलाया जा सके कि ये सब सीएए के विरोध-प्रदर्शन के कारण हो रहा है. कुछ समय बाद दिल्ली पुलिस इसका समाधान निकालेगी.
the level of violence is being increased in Delhi . All the Kapil Mishras are being unleashed . An atmosphere is being created to convince an average Delhiite that it is all because of the anti CAA protest and in a few days the Delhi Police will go for “ the final solution “
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 25, 2020
इस ट्वीट के बाद जावेद अख्तर खुद ट्रोल हो गए हैं. एक यूजर ने ट्वीट किया है कि थोड़ी शर्म करो, खुदा को क्या दिखाओगे कयामत के दिन.
जावेद अख्तर,तुम्हारी बौद्धिक बेईमानी अब समझ मे आ रही है।गोली चलाई इस्लामिक आतंकवादी शाहरुख ने,मरा हिन्दू कांस्टेबल रतन लाल।विधवा पत्नी तीन मासूम बच्चे बिलख रहे हैं।और दोषी कपिल मिश्रा।असली दोषी तो आप जैसे लोग हैं,जो असली दोषियों को चतुराई से बचाते हैं।बेईमान कहीं के।
— Anurag Mishra (@bjpanuragabvp) February 25, 2020
एक यूजर ने लिखा कि कपिल मिश्रा ने रास्ता छोड़ने को कहा तो दंगा भड़काना हो गया. वारिस पठान "100करोड़ VS 15 करोड़" वाली धमकी देकर भाईचारा मजबूत कर रहा था.
एक ने जावेद अख्तर से सवाल कर लिया कि एक पुलिसवाले की मौत पर कोई कुछ नहीं बोल रहा. आतंकवादी की मौत पर सारे बोलने आ जाते हैं.
तुम और तुम्हारा परिवार मौका देखकर सेक्युलर,कम्युनल बन जाता है।
फ़िल्म रिलीज़ करनी हो तो देशभक्त बन जाता है।
तुम शाहीन बाग, जफराबाद, चांद बाग पर चुप थे।
प्रशासन की नपुंसकता को चैलेंज करके कपिल मिश्रा सड़क पर उतरा तो तुमने अपनी केंचुली उतार दी।
वाह रे बुद्धिजीवी......— Subodh (@Gupta77Subodh) February 25, 2020
एक यूजर ने लिखा कि जावेद अख्तर, तुम्हारी बौद्धिक बेईमानी अब समझ मे आ रही है. गोली चलाई आतंकवादी शाहरुख ने, मरा हिन्दू कांस्टेबल रतन लाल. विधवा पत्नी तीन मासूम बच्चे बिलख रहे हैं. असली दोषी तो आप जैसे लोग हैं,जो असली दोषियों को चतुराई से बचाते हैं. बेईमान हैं आप.
एक यूजर ने लिखा कि तुम और तुम्हारा परिवार मौका देखकर सेक्युलर,कम्युनल बन जाता है. फ़िल्म रिलीज़ करनी हो तो देशभक्त बन जाता है. तुम शाहीन बाग, जफराबाद, चांद बाग पर चुप थे. वाह रे बुद्धिजीवी. एक यूजर ने तो यह भी लिखा- खूब घी डाला है तुमने इस आग में.
ख़ूब घी डाला है तुमने भी इस आग में #ड्रामा
— विशाल भारद्वाज (@VishalBharadwa4) February 25, 2020