Om Puri Birthday: कभी धोते थे चाय के कप, फिर हॉलीवुड तक मचाई धूम
बेहतरीन अभिनय के अलावा ओम पुरी (Om Puri) को उनके विवादों के कारण भी याद किया जाता है.
नई दिल्ली: कहते हैं किस्मत के सितारों को अगर कोई मात दे सकता है तो वह है सिर्फ हुनर, इस बात को साबित करने वाले अभिनेता थे दिग्गज कलाकार ओम पुरी (Om Puri). जिन्होंने जीवन की शुरुआत में चाय के कप धोने जैसा काम भी किया लेकिन अपने हुनर, अपने दमदार अभिनय की दम पर बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड तक में सिक्का जमाया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेहतरीन अभिनय के अलावा ओम पुरी को उनके विवादों के कारण भी याद किया जाता है. साल 1950 में 18 अक्टूबर को जन्मे ओम पुरी का आज जन्मदिन (Om Puri Birthday) है. इस मौके पर जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से...
जब चेहरे पर कसा शबाना ने तंज

ओम पुरी काफी बेबाक अभिनेता रहे हैं. इसलिए करियर के शुरुआती दौर में अपने लुक्स को लेकर मिलने वाली आलोचनाओं पर भी वह हमेशा खुलकर बोले हैं. एक ऐसा ही किस्सा सुनाते हुए दूरदर्शन के एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पहली बार शबाना आजमी से मिले तो उन्हें देखकर शबाना ने कहा था, 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं.' हालांकि ये एक बार की बात नहीं ओम पुरी को अपने चेहरे पर चेचक के दाग के कारण कई बार ऐसी आलोचनाएं सुननी पड़ीं.
40 साल किया अभिनय

नसीरूद्दीन शाह से थी गहरी दोस्ती

चाय के कप धोते थे ओम पुरी

हिंदी और अंग्रेजी को लेकर कम था आत्मविश्वास

अनुपम खेर के शो के दौरान ही ओमपुरी ने यह भी बताया था कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हिंदी और अंग्रेजी को लेकर उनमें आत्मविश्वास की काफी कमी थी. क्योंकि उनकी पढ़ाई पंजाबी माध्यम के स्कूल से हुई थी. आत्मविश्वास की कमी के कारण ओम ने अभिनय जारी न रखने का मन बनाया परंतु उनके गुरू कादी साहेब ने उन्हें अपनी अंग्रेजी सुधारने की सलाह दी.
बायोग्राफी लिखने के बाद पत्नी से हुआ विवाद

ओमपुरी की पत्नी नंदिता पुरी ने ओमपुरी की बायोग्राफी 'अनलाइकली हीरो : द स्टोरी ऑफ ओमपुरी' लिखी है. लेकिन इस किताब के विमोचन के बाद ओमपुरी और नंदिता के बीच लंबा विवाद चला. ओमपुरी के अनुसार उनकी पत्नी ने इस किताब को फेमस करने के लिए कुछ ऐसी बातों को लिखा है, जिनसे वह काफी आहत हुए. दरअसल इस किताब में ओमपुरी और उनके प्रेम संबंधों को काफी गहराई से लिखा गया था. जबकि ओमपुरी को लगता था कि उनकी पत्नी इन सबका जिक्र ही नहीं करना चाहिए था. इस किताब पर विवाद इतना गहरा गया था कि इसके बाद ओमपुरी पर घरेलू हिंसा के आरोप भी लगे थे.
नक्सलियों पर विवादित बयान

साल 2012 में फिल्म 'चक्रव्यूह' की शूटिंग के समय ओम पुरी तब चर्चा में आए जब उन्होंने नक्सलियों को लेकर एक विवादित बयान दिया था. इस बयान में ओम पुरी ने कहा था, 'ये नक्सली आतंकी नहीं होते, ये अपने हक के लिए मजबूरन हथियार उठाते हैं. ये अपने अधिकारों के लिए लड़ते हैं. ये कभी भी आम आदमी या गरीब को नुकसान नहीं पहुंचाते.' इसके बाद ओम पुरी को काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थीं.
कई भाषाओं में काम

कई पुरस्कार भी मिले
