Who is Sholay Iconic Mausi: हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा 99 सीटें जीतने के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने फिल्म 'शोले' की मौसी वाले सीन का जिक्र किया. 'शोले' में मौसी और अमिताभ बच्चन का सीन काफी फेमस हुआ था, जिसमें वह धर्मेंद्र के लिए हेमा मालिनी के बारे में बात करते जाते हैं. तो चलिए, जानते हैं 'शोले' की आइकॉनिक मौसी के बारे में.
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Who is Sholay Iconic Mausi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 2 जुलाई को 1975 में आई फिल्म 'शोले' की 'मौसी' का जिक्र ससंद में किया. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के परफॉर्मेंस के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने फिल्म में अमिताभ बच्चन और मौसी के सीन को याद किया. हाल के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा 99 सीटें जीतने के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी इसे जीत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है.
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, "आप सभी को शोले (Sholay) की मौसी याद होंगी. 'अरे मौसी तीसरी बार तो हारे हैं... लेकिन ये बात तो सही है. तीसरी बार तो हारे हैं, लेकिन मौसी मोरल विक्ट्री तो हैं ना... क्या मौसी जी 13 राज्यों में जीरो सीट आई हैं तो क्या हुआ, हीरो तो है ना.. पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, लेकिन पार्टी अभी सांसें तो ले रही है....''
Delhi: "The statements of Congress leaders have surpassed even the film Sholay. You all must remember Mausi ji from the film Sholay... Are Mausi ji 13 Rajyon me zero seat aayi hai to kya hua hero to hai na..." says PM Modi
(Video Courtesy - Sansad TV) pic.twitter.com/8wlxrJwkyk
— IANS (@ians_india) July 2, 2024
बता दें कि बॉलीवुड की क्लासिक फिल्म 'शोले' में जय का किरदार निभा रहे अमिताभ बच्चन और 'मौसी' का यह सीन काफी फेसम हुआ था. इस सीन में अमिताभ मौसी से वीरू (धर्मेंद्र) और बसंती (हेमा मालिनी) की रिश्ते की बात बहुत ही मजाकिया अंदाज में करते हैं.
200 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
सालों बाद जब अब ससंद में पीएम मोदी ने शोले की 'मौसी' को याद किया है तो आइए, जानते हैं आखिर कौन हैं ये आइकॉनिक 'मौसी.' फिल्म 'शोले' में मौसी का किरदार निभा रहीं अदाकारा का नाम लीला मिश्रा है. 1 जनवरी 1908 में जन्मीं एक्ट्रेस लीला मिश्रा ने 5 दशकों में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. लीला मिश्रा को आज भी मौसी, मां, नानी, दादी, चाची जैसे किरदारों के लिए याद किया जाता है, लेकिन इस तरह के टाइपकास्ट रोल मिलने के पीछे एक खास वजह थी.
पति से कई गुणा ज्यादा मिली तनख्वाह
दरअसल, लीला मिश्रा को मामा शिंदे नाम के एक शख्स ने खोजा था, जो दादा साहब फाल्के नासिक सिनेटोन में कम करते थे. उन्होंने लीला मिश्रा के पति से कहा कि वह उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए मनाए. उस वक्त लीला मिश्रा के पति राम प्रसाद मिश्रा 150 रुपये प्रति माह की नौकरी पर काम मिला था. जबकि लीला मिश्रा को 500 रुपये प्रति महीना. राम प्रसाद मिश्रा एक कैरेक्टर आर्टिस्ट थे, जिन्होंने साइलेंट फिल्मों में काम किया.
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पराए मर्द को गले लगाने से किया इंकार, हाथ से निकली फिल्म
लीला मिश्रा को 'भिखारिन' नाम की फिल्म ऑफर हुई, जिसका निर्माण कोल्हापुर के महाराजा की एक कंपनी कर रही थी. हालांकि, लीला मिश्रा ने इस मौके को गंवा दिया, क्योंकि फिल्म में दूसरे एक्टर को गले लगाने का एक सीन था. लीला अपने पति के अलावा किसी पराए मर्द के करीब नहीं जाना चाहती थीं.
18 साल की उम्र में निभाया हीरो की मां का रोल
इसी तरह की दिक्कत लीला मिश्रा को दूसरी फिल्म 'होनहार' करते हुए भी हुई, जिनमें उन्हें हीरो से प्यार जताना था और गले लगाना था. लीला मिश्रा ने ऐसा करने से इंकार कर दिया. क्योंकि कंपनी कानूनी तौर पर कमजोर स्थिति में थी, इसलिए वे उन्हें फिल्म से बाहर नहीं कर सके, जो उनके लिए वरदान साबित हुई. उन्हें फिल्म में हीरो की मां की भूमिका की पेशकश की गई और वह मान गई. इससे उनके लिए 18 साल की छोटी उम्र में मां की भूमिकाएं निभाने के दरवाजे खुल गए. इसके बाद अपनी इसी शर्त की वजह से लीला मिश्रा को मां, मौसी, चाची जैसे रोल ही जीवन भर मिलते रहे.
देखिए, लीला मिश्रा की एक्टिंग कुछ झलकियां
लीला मिश्रा जी की फ्रेम में उपस्थिति का एक-एक पल गँवई ठेठपने को हमारे आगे सजीव-साकार कर देता है। संवाद बोलने की शैली, हाव-भाव, अंग-प्रत्यंग को चमकाना-मटकाना सब गाँव की बड़ी-बूढ़ी महिलाओं के विशुद्ध रंग-ढंग को साक्षात् जीवन्त कर देती है। https://t.co/5P4Ca5K2Ta pic.twitter.com/iaMoJO4fwf
— गँवई मनई (@piwar_ganwaii) January 18, 2023
#लीला_मिश्रा का यौवन से प्रौढ़ तक का सफर pic.twitter.com/A6vfHzvYwU
— #शून्य_शून्य_मिलन#Zero_Meets_Zero Prof.KS Bhardwaj (@DrKSBhardwaj2) March 19, 2024
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73 साल की उम्र में जीता बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड
बता दें कि लीला मिश्रा को 1975 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'शोले' की 'मौसी' के रोल से जाना जाता है. इसके अलावा उन्होंने 'दिल से मिले दिल', 'बातों बातों में', 'पलकों की छांव में', 'आंचल', 'महबूबा', 'अमर प्रेम', 'गीत गाता चल', 'नदिया के पार' और 'अबोध' जैसी फिल्मों में अपने किरदारों के लिए जाना जाता है. लीला मिश्रा ने अपने करियर का बेस्ट परफॉर्में 1981 में आई फिल्म 'नानी मां' में दिया, जिसके लिए उन्हें 73 साल की उम्र में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला.