फिल्म के फ्लॉप होते ही नशे की लत में डूब गए थे डायरेक्टर, 2 स्टार किड भी नहीं लगा पाए थे बेड़ा पार
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फिल्म के फ्लॉप होते ही नशे की लत में डूब गए थे डायरेक्टर, 2 स्टार किड भी नहीं लगा पाए थे बेड़ा पार

Year 2009 में एक फिल्म आई थी जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई. इस फिल्म के फ्लॉप होते ही फिल्म के डायरेक्टर की ऐसी हालत हो गई कि वो नशे की लत में डूब गए. जानिए ये फिल्म कौन सी थी और ये डायरेक्टर कौन हैं.

 

फ्लॉप फिल्म से टूट गए थे डायरेक्टर

Flop Film: बॉक्स ऑफिस पर कई फिल्में छप्परफाड़ कमाई करती हैं तो वहीं कुछ फिल्मों से मेकर्स की उम्मीद तो ज्यादा होती है लेकिन वो इतनी बुरी तरह पिट जाती हैं कि मेकर्स बुरी तरह से टूट जाते हैं. ऐसी एक फिल्म साल 2009 में आई थी जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई. इस फिल्म के फ्लॉप होते ही फिल्म के डायरेक्टर की ऐसी हालत हो गई कि वो नशे की लत में डूब गए. यहां तक कि उनकी जीने की चाहत तक खत्म हो गई थी. जानिए ये फिल्म कौन सी थी और ये डायरेक्टर कौन हैं.

'दिल्ली 6' में साथ आए ये दो स्टार किड
राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म 'दिल्ली 6' (Delhi 6) में अभिषेक बच्चन और सोनम कपूर लीड रोल में थे. अभिषेक ने जहां 'रिफ्यूजी' से डेब्यू किया था तो वहीं सोनम कपूर ने 'सांवरिया' फिल्म से एंट्री की थी. ऐसे में जब राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने इन दोनों सितारों को साल 2009 में आई दिल्ली में कास्ट किया था. इस फिल्म से राकेश ओम प्रकाश मेहरा को काफी ज्यादा उम्मीदे थीं. 

 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बुरी तरह पिट गई फिल्म
इस फिल्म के रिलीज होने का राकेश (Rakeysh Omprakash Mehra) बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. लेकिन जैसे ही फिल्म रिलीज हुई तो राकेश के सारे सपने पानी में धुल गए. फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई और उसने डायरेक्टर को अंदर तक तोड़कर रख दिया. इस बात का खुलासा इन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी में किया है. 

6 महीने तक नशे में डूबे रहे
राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है कि इस फिल्म के फ्लॉप होने के बाद वो करीबन 6 महीने तक नशे में डूब रहे. उनकी हालत ऐसी थी कि वो बस सोना चाहते थे. उठने की चाहत पूरी तरह से खत्म हो गई थी. लेकिन एक दिन एहसास हुआ कि कुछ करना चाहिए. 'दिल्ली 6' फिल्म के लिए मैंने सिनेमैटोग्राफर बिनोद प्रधान को फोन किया और कहा कि फिल्म की शुरुआत और एंड अलग-अलग थे. तीन दिनों की शूटिंग की और फिल्म को यूरोप भेजा.इसे वेनिस फिल्म फेस्टिवल में जगह मिली और मेरा खोया आत्मविश्वास भी वापस आया.

 

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