Urmila Matondkar ने शिवसेना में शामिल होते ही Kangana Ranaut पर साधा निशाना
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Urmila Matondkar ने शिवसेना में शामिल होते ही Kangana Ranaut पर साधा निशाना

बॉलीवुड अभिनेता से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कांग्रेस के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन आज मंगलवार को वह सियासी सफर की नई शुरुआत करते हुए शिवसेना में शामिल हो गईं.

Urmila Matondkar ने शिवसेना में शामिल होते ही Kangana Ranaut पर साधा निशाना

नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कांग्रेस के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन आज मंगलवार को वह सियासी सफर की नई शुरुआत करते हुए शिवसेना में शामिल हो गईं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद, मातोंडकर ने अभिनेत्री कंगना रनौत पर कटाक्ष करते हुए उन्हें 'unnecessary importance'  यानी अनावश्यक महत्व मिलने की बात कही.

इस साल जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने के बाद भाजपा और सत्तारूढ़ शिवसेना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया था. उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से भाजपा के गोपाल शेट्टी के हाथों पराजित होने के लगभग पांच महीने बाद सितंबर 2019 में कांग्रेस छोड़ने वाले मातोंडकर (46) अपने आवास 'मातोश्री' में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गईं. 

शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद में नामांकन के लिए मातोंडकर का नाम हाल ही में राज्यपाल बी एस कोशियारी के पास भेजा गया था. शिवसेना में शामिल होने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में, मातोंडकर ने कहा कि अभिनेता कंगना रनौत को 'अनावश्यक महत्व' दिया गया है. 

कंगना के बारे में सवालों से बौखलाईं उर्मिला
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मेरे द्वारा दिए गए पहले के साक्षात्कार एक बड़े साक्षात्कार का हिस्सा थे, लेकिन कंगना के बारे में अधिकांश प्रश्न पूछे गए थे. मुझे लगता है कि उन्हें अनुचित महत्व दिया गया है, और मैं उनके लिए कोई और महत्व देने के बारे में नहीं सोचती.' 

विधान परिषद में उम्मीदवार हैं उर्मिला 
उर्मिला मातोंडकर ने इस बात की भी पुष्टि की कि उनका नाम महाराष्ट्र विधान परिषद में एक उम्मीदवार के रूप में सुझाया गया है. वह बोलीं, 'मुझे बताया गया है कि एमएलसी के पद के लिए मेरे नाम की सिफारिश (राज्यपाल को) की जाती है. मैं अपने राजनीतिक जीवन में महिलाओं के मुद्दों के लिए काम करना चाहती हूं.'

उर्मिला ने क्यों छोड़ी कांग्रेस
जब कांग्रेस से उनके इस्तीफे के बारे में पूछा गया, तो अभिनेता ने कहा कि उन्होंने उस पार्टी को छोड़ दिया है, लेकिन सार्वजनिक सेवा को नहीं. मातोंडकर ने खुलासा किया, 'मैं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व और उनके काम से प्रभावित हूं, इसलिए मैंने पार्टी में शामिल होने का फैसला किया. पार्टी में शामिल होने से पहले मुझे खुद ठाकरे का फोन आया था.' उन्होंने कहा कि शिवसेना की महिला शाखा पहले से ही मजबूत है और वह उनके साथ काम करके खुश होंगी.

मातोंडकर ने ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार के प्रदर्शन का भी स्वागत किया, जिसने हाल ही में कार्यालय में एक वर्ष पूरा किया. वह बोलीं, 'महाराष्ट्र सरकार को विभिन्न चुनौतियों जैसे COVID-19 महामारी, भारी बारिश आदि का सामना करना पड़ा, लेकिन सरकार ने इस एक वर्ष (नवंबर 2019 में सत्ता में आने के बाद) में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. मुझे लगता है कि शिवसेना ने शासन की इस परीक्षा में बेहतर साबित हुई है.' 

आपको याद दिला दें कि कंगना और उर्मिला के बीच यह पहली बार बयानबाजी नहीं है. मातोंडकर ने पहले कहा था कि पूरा देश ड्रग्स के खतरे का सामना कर रहा है. क्या वह (कंगना) जानती हैं कि हिमाचल से ड्रग्स का उत्पादन होता है? उन्हें अपने राज्य से शुरू करना चाहिए'.

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