Hrithik Roshan And Saif Ali Khan Starrer: विक्रम वेधा एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसमें ऋतिक रोशन हैं. बच्चों में ऋतिक लोकप्रिय हैं और यह फिल्म उनका ध्यान खींचेगी. इसलिए सेंसर बोर्ड ने फिल्म को यू-ए सेर्टिफिकेट तो दिया है मगर निर्माताओं को कुछ खास सख्त निर्देशों के साथ.
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No To violence On Children: शुक्रवार को रिलीज होने जा रही फिल्म विक्रम वेधा को सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी दिखा दी है. फिल्म को यू-ए प्रमाणपत्र दिया गया है, लेकिन सेंसर कमेटी ने फिल्म में बच्चों को लेकर दिखाई गई हिंसा पर कड़ा ऐतराज किया. विक्रम वेधा एक्शन थ्रिलर (Action Thriller) है और अपराध कि दुनिया से जुड़ी कहानी है. 2017 में मूल तमिल में इसी नाम से बनी फिल्म की इस रीमेक में कुछ दृश्यों पर बच्चों से संबंधित हिंसा थी, जिसे सेंसर ने संवेदनशील मुद्दा माना और इस शर्त पर फिल्म को यू-ए (बच्चों को माता-पिता की अनुमति से उनके साथ में देखने की इजाजत) सेर्टिफिकेट दिया कि निर्माता कुछ दृश्यों तथा गाली-गलौच को हटाएंगे. साथ ही सेंसर ने अहम कदम उठाते हुए निर्माताओं से बच्चों से जुड़े हिंसा के मामले में एक डिस्क्लेमर भी फिल्म में लगाने को कहा है.
लिखना होगी यह चेतावनी
ऋतिक रोशन, सैफ अली खान स्टारर फिल्म का निर्देशन मूल फिल्म के निर्देशकों, पुष्कर-गायत्री ने किया है. फिल्म 30 सितंबर को सिनेमाघरों में आएगी. फिल्म ट्रेड के कुछ लोगों ने विक्रम वेधा देख ली है. उनकी मानें तो फिल्म का कंटेंट और एक्शन दोनों अच्छा है. यह फिल्म उस मिथक को तोड़ेगी कि एक्शन फिल्में सिर्फ सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों में चलती है, मल्टीप्लेक्सों में नहीं. इस बात की सच्चाई तो समय बताएगा, मगर सेंसर से जुड़ी खबरों की मानें तो यह फिल्म दो घंटे 40 मिनट की है. केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की फिल्म देखने वाली कमेटी ने इसे यू-ए प्रमाणपत्र देते हुए निर्देश जारी किया कि कहानी शुरू होने से पहले चेतावनी लिखी जाए कि फिल्मकार या इस फिल्म से जुड़ा कोई भी व्यक्ति बच्चों के किसी भी तरह की हिंसा या अपराध में शामिल होने को प्रेरित नहीं करता है.
बच्ची को तमाचा और कुछ अपशब्द
निर्माताओं को सेंसर बोर्ड की तरफ से यह आदेश दिया गया कि फिल्म की कहानी में जिस 15 साल लड़के को अपराध और हिंसा में शामिल दिखाया गया है, उसे पर्दे पर 18 साल का बताया जाए. साथ सेंसर ने एक दृश्य भी हटाने को कहा है. इस सीन में एक लेडी पुलिस एक स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची को तमाचा मारते हुए नजर आ रही है. कमेटी ने कुछ दृश्यों में गालियों को अनावश्यक मानते हुए निर्माता से अपशब्दों को हटाने या फिर उनकी जगह दूसरा शब्द इस्तेमाल करने के आदेश दिए हैं. फिल्म का पहला हिस्सा जहां एक घंटे 25 मिनट का है, वहीं दूसरा हिस्सा एक घंटे 15 मिनट का है. फिल्म के साथ दर्शकों को कोड नेमः तिरंगा और थैंक गॉड के ट्रेलर देखने मिले सकते हैं.
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