हाथरस मामले में नया ट्विस्ट.. बाबा के नाम पर अनुमति ही नहीं ली गई थी, क्या नप जाएगा ढोंगी सूरजपाल?
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हाथरस मामले में नया ट्विस्ट.. बाबा के नाम पर अनुमति ही नहीं ली गई थी, क्या नप जाएगा ढोंगी सूरजपाल?

Hathras Stampede: अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने साफ कहा कि सूरजपाल के नाम पर अनुमति नहीं ली गई थी. ऐसे में यह समझना जरूरी है कि फिर आखिर कौन इन मौतों का जिम्मेदार माना जाएगा. क्या बाबा नप जाएगा या बच जाएगा.

हाथरस मामले में नया ट्विस्ट.. बाबा के नाम पर अनुमति ही नहीं ली गई थी, क्या नप जाएगा ढोंगी सूरजपाल?

Suraj Pal Bhole Baba: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बाबा सूरजमल के कार्यक्रम में मची भगदड़ हादसे में 121 लोगों ने जान गंवा दी है. इस मामले को लेकर अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपी सेवादार पर एक लाख का इनाम घोषित किया है. इसी बीच अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने ऐसी बात बताई है जिससे मामले में ट्विस्ट आ गया है. उन्होंने साफ कहा है कि जिस कार्यक्रम में यह हादसा हुआ है उसमें प्रशासन से जो अनुमति ली गई थी वह सूरजपाल के नाम से नहीं ली गई थी.

अनुमति बाबा के नाम पर नहीं थी

असल में हाथरस हादसे के पहले जो जुटान थी उसकी अनुमति बाबा के नाम पर नहीं ली गई थी. यह तो नहीं बताया गया कि यह किसके नाम पर थी लेकिन अब एक्सपर्ट्स इस बात को खंगालने में लगे हैं कि आखिर ऐसे में कार्रवाई किसके ऊपर की जा सकती है क्योंकि अभी भी बाबा फरार है. हालांकि एक प्रेस कांफ्रेंस में अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने कहा है कि मामले में अब तक दो महिला सेवादारों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

प्रमुख आरोपी मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर

उन्होंने बताया कि मामले के प्रमुख आरोपी मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर है. और उसी पर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. उसके खिलाफ जल्द ही गैर जमानती वारंट भी जारी किया जाएगा. भोले बाबा से पूछताछ या उसकी गिरफ्तारी की सम्भावना के बारे में पूछने पर माथुर ने कहा, कि आगे किसी की गिरफ्तारी होगी या नहीं, यह विवेचना पर निर्भर करेगा. जांच में आगे किसी की भूमिका निकलकर आयेगी तो कार्रवाई होगी. जरूरत पड़ेगी तो जरूर पूछताछ की जाएगी.

'जरूरत पड़ी तो उसे भी बुलाया जाएगा'

इसका मतलब यह हुआ कि अनुमति भले ही सूरजपाल के नाम पर नहीं ली गई थी लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो उसे भी बुलाया जाएगा. और उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. यह पूरी घटना जिले के फुलरई गांव में हुई थी जहां स्वयंभू भोले बाबा द्वारा आयोजित सत्संग में मंगलवार को मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी और 31 अन्य घायल हो गये थे. 

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