छत्तीसगढ़ चुनाव: लाभार्थियों को लुभाने की लड़ाई में 'महादेव' किसका देंगे साथ?
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छत्तीसगढ़ चुनाव: लाभार्थियों को लुभाने की लड़ाई में 'महादेव' किसका देंगे साथ?

Chhattisgarh Election 2023: महादेव बेटिंग ऐप घोटाले का मामला छत्तीसगढ़ चुनाव प्रचार के दौरान में हर किसी की जुबान पर रहा. यह कांग्रेस या बीजेपी किसको फायदा देगा, ये समझने वाली बात है.

छत्तीसगढ़ चुनाव: लाभार्थियों को लुभाने की लड़ाई में 'महादेव' किसका देंगे साथ?

Mahadev App Scam: छत्तीसगढ़ के चुनाव में महादेव बेटिंग ऐप घोटाला सबसे गर्मागर्म मुद्दा है. बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस मामले के जरिए भूपेश सरकार को घेरते रहे. छत्तीसगढ़ सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने महादेव को भी नहीं छोड़ा. महादेव ऐप (Mahadev App) से 508 करोड़ की घूस ली. महादेव का श्राप है कांग्रेस साफ है. वहीं, बीजेपी के आरोपों को भूपेश बघेल ने झूठा और बेबुनियाद बताया. भूपेश ने कहा कि जो पकड़ा गया वो बीजेपी का कार्यकर्ता है. जो गाड़ी पकड़ी गई वो बीजेपी नेता के अमर अग्रवाल के भाई बृजमोहन अग्रवाल के नाम से है. पैसा भी प्लांटेड है. ये सबकुछ प्लांटेड है. अब सवाल ये है कि महादेव ऐप का मामला उठने से बीजेपी या कांग्रेस में से किसका फायदा होगा.

छत्तीसगढ़ में किस करवट बैठेगा ऊंट?

छत्तीसगढ़ चुनाव के दौरान बीजेपी ने महादेव ऐप का मामला जोर-शोर से उठाया. पीएम मोदी से लेकर तमाम नेताओं ने महादेव ऐप के जरिए सीएम भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. ईडी की एक रिपोर्ट में भूपेश बघेल पर भी 508 करोड़ रुपये घूस के तौर पर लेने का आरोप लगाया गया है. बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता को दिखाने की पूरी कोशिश की कि भूपेश भ्रष्टाचारी हैं. कांग्रेस को हटाकर राज्य में साफ छवि की सरकार बनाएं. वहीं, इसके जवाब में कांग्रेस ने बीजेपी पर तीखा पलटवार किया और झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया. ईडी का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. हालांकि, बीजेपी और कांग्रेस जनता को अपनी बात कितनी समझा पाए, ये तो नतीजों वाले दिन 3 दिसंबर को ही पता चलेगा.

महादेव ऐप क्या है?

जानकारी के मुताबिक, रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ‘महादेव ऐप’ के प्रमोटर हैं. वो इसके लिए पिछले 4 साल से काम कर रहे थे. महादेव ऐप पर क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, कार्ड गेम और पोकर समेत तमाम लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी करवाई जाती थी. आसान भाषा में समझ लीजिए कि यह सट्टेबाजी का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है. कंपनी के प्रमोटर भिलाई के रहने वाले हैं. महादेव ऐप सट्टेबाजी का एक प्रमुख सिंडिकेट है.

दुबई से कैसे ऑपरेट होता था ऐप?

प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऐप को दुबई से चलाते थे. नए यूजर्स के रजिस्ट्रेशन के लिए ‘ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन’ का इस्तेमाल किया जाता था. आईडी बनाते वक्त बेनामी बैंक अकाउंटर्स के नेटवर्क के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की जाती थी. आरोप है कि सौरभ चंद्राकर की कंपनी को इस कथित घोटाले से करीब 5,000 करोड़ रुपये का मुनाफ हुआ था. ईडी ने शक जताया है कि कई बिजनेसमैन और हवाला वाले भी इससे जुड़े हो सकते हैं.

डाबर ग्रुप के चेयरमैन के खिलाफ भी FIR

इस बीच महादेव बेटिंग ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने डाबर ग्रुप के चेयरमैन मोहित बर्मन और डायरेक्टर गौरव बर्मन के खिलाफ भी FIR दर्ज की है. और ये FIR कोर्ट के आदेश के बाद 7 नवंबर को दर्ज की गई. FIR में मोहित बर्मन, गौरव बर्मन, साहिल खान सहित 31 लोगों के नाम हैं. FIR में मोहित बर्मन और गौरव बर्मन के मैच फिक्सिंग करने वाले सट्टेबाजों से संबंध होने का आरोप लगाया गया है.

छत्तीसगढ़ में आज मतदान

छत्तीसगढ़ में दूसरे और अंतिम चरण के लिए आज मतदान हो रहा है. आज 22 जिलों की 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग की जा रही है. सीएम बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव समेत मैदान में कुल 958 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. छत्तीसगढ़ में आज होने वाले मतदान में करीब एक करोड़ 63 लाख मतदाता हिस्सा ले रहे हैं. जिनमें से 81.42 लाख पुरुष मतदाता और 81.72 लाख महिला वोटर शामिल हैं. छत्तीसगढ़ में अंतिम चरण के लिए 18 हजार 806 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. सबसे ज्यादा प्रत्याशी 26 रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि डौंडीलोहारा में सबसे कम 4 उम्मीदवार मैदान में हैं. 958 प्रत्याशी की किस्मत का फैसला आज ईवीएम में कैद हो जाएगा.

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