China Raising Retirement Age: पड़ोसी देशों से दादागिरी करने वाले चीन इन दिनों खुद ही परेशान हो गया है. हालात यह हुआ है कि देश में कानून बदलने पर मजबूर है. चीन ने 1950 के बाद पहली बार सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाई है. सबसे बड़ी बात इस फैसले का चीन के लोगों में विरोध भी हो रहा है. आइए जानते हैं आखिर चीन ने अपने यहां 74 साल बाद रिटायरमेंट की उम्र क्यों बढ़ा दी है. इससे उसको क्या होगा फायदा.
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China Retirement Age: चीन ने जबसे अपने देश में कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति की आयु (China retirement ages) बढ़ाने की बात कही है तबसे लोग इस बात का विरोध कर रहे हैं. विवाद भी कोई और नहीं, बल्कि चीन के लोग ही कर रहे हैं. आइए समझते हैं आखिर क्या है रिटायरमेंट का नया कानून, क्यों हो रहा विवाद, 74 साल बाद आखिर चीन ने क्यों लिया यह फैसला.
सबसे पहले जानते हैं चीन के नए रिटायरमेंट कानून के बारे में.
चीन में बढ़ी रिटायरमेंट की उम्र
चीन में पहली बार 1950 के दशक के बाद से पेशेवरों और कामगारों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ने जा रही है. चीन की सरकार ने शुक्रवार, 13 सितंबर को इस प्रस्ताव को मजूंरी दे दी है. सरकार ने बताया है कि वह आहिस्ता-आहिस्ता रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाएगा. सरकार ने कहा है कि अनिवार्य रिटारमेंट आयु के तहत मेहनतकश नौकरी (ब्लू-कॉलर जॉब) करने वाली महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र 50 से बढ़कर 55 साल किया जाएगा. वहीं पेशेवर (व्हाइट-कॉलर जॉब) महिलाओं के लिए इसे 55 से बढ़ाकर 58 कर दिया जाएगा. पुरुषों की रिटायरमेंट उम्र को 60 से बढ़ाकर 63 किया जाएगा.
चीन में बढ़ी रिटायरमेंट का क्यों हो रहा विरोध?
चीनी लोगों को पता है कि अगर इस तरह का कानून देश में लागू हो गया तो फिर आप खुद से रिटायर हो ही नहीं पाएंगे. आपको काम करना ही पड़ेगा. तभी तो चीन की सोशल मीडिया वेइबो पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, "अगले दस बरस में फिर से एक प्रस्ताव पारित होगा और तब हमें कहा जाएगा कि जब तक हम 80 साल के नहीं हो जाते हैं, हमें रिटायर होने का कोई हक नहीं है. रिटायर होने की कानूनी उम्र से पहले रिटायरमेंट की इजाजत नहीं होगी. यह प्रस्ताव के मुताबिक यह बदलाव 1 जनवरी 2025 से प्रभाव में आएगा.
चीन में रिटायरमेंट की उम्र क्यों बढ़ाई गई?
चीन में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के पीछे कई वजह है. जिसमें एक मुख्य वजह है:-
बूढ़ी होती आबादी
चीनी सरकार को ये फैसला अपनी बूढ़ी होती आबादी की वजह से लेना पड़ा है. यानी देश में युवाओं का अभाव है, इस वजह से ही कामगारों और पेशेवरों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने की बात कही गई है. चीन में जीवन प्रत्याशा (life expectancy) 1960 के 44 वर्ष से बढ़कर 2021 में 78 वर्ष हो गई है और 2050 तक इसके 80 वर्ष से अधिक होने का अनुमान है. इसके साथ ही बुजुर्गों का सपोर्ट करने के लिए आवश्यक कार्यशील आबादी सिकुड़ रही है. लोगों के लंबे समय तक काम करने से पेंशन बजट पर दबाव कम होगा, क्योंकि कई चीनी प्रांत पहले से ही बड़े घाटे से जूझ रहे हैं. लेकिन पेंशन भुगतान में देरी और वृद्ध श्रमिकों को अपनी नौकरी पर लंबे समय तक रहने की आवश्यकता सभी के लिए स्वागत योग्य नहीं हो सकती है.
पेंशन देने में चीनी सरकार के पास नहीं पैसा?
सरकार की ओर से चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज ने 2019 में कहा था कि देश का मुख्य राज्य पेंशन फंड 2035 तक खत्म हो जाएगा. साल 2019 में कोविड 19 महामारी के वजह से चीन की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी. ऐसी स्थिति में रिटायरमेंट के बाद पेंशन देने में सरकार की माली पहली की तरह नहीं है. रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने से सरकारी खजाने का बोझ कम होगा.
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