Big Uproar Over Burqa During UP By-election Voting: उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को हो रही वोटिंग के दौरान भाजपा और सपा में सियासी संग्राम छिड़ गया. लाल टोपी, बुर्का, कानपुर बवाल, फर्जी वोटिंग के आरोप वगैरह गहमागहमी क बीच चुनाव आयोग ने तीन पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया. इसके बावजूद बड़ा बवाल थमा नहीं है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पीसी की तो दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी खूब बोले.
Trending Photos
Maharashtra And Jharkhand Peaceful But Uproar In UP: महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही बुधवार को उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कुछ राज्यों में कई विधानसभा सीटों पर बुधवार (20 नवंबर) को मतदान किया जा रहा है. इस बीच तमाम राज्यों के मुकाबले यूपी उपचुनाव में वोटिंग के दौरान भाजपा और सपा में सियासी संग्राम छिड़ गया है. मामले में चुनाव आयोग को भी दखल देना पड़ा है.
लाल टोपी-बुर्का की जांच और फर्जी वोटिंग के आरोप पर यूपी में हंगामा
यूपी में लाल टोपी, बुर्का की जांच, कानपुर में हंगामा, फर्जी वोटिंग के आरोप वगैरह पर राजनीतिक घमासान के बीच शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग ने तीन पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है. इसके बावजूद यूपी उपचुनाव में बवाल थमा नहीं है. यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर विपक्ष पर कई आरोप लगाए तो दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी खूब बोले. आइए, जानते हैं कि जब महाराष्ट्र और झारखंड में मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है तो यूपी उपचुनाव में 'सियासी युद्ध' क्यों छिड़ गया है?
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए शांतिपूर्ण मतदान
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के मतदान की बात करें तो नासिक में छिटपुट लड़ाई झगड़े के अलावा तनाव की और कोई भी खबर सामने नहीं आई है. महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान जारी है. वहीं, झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 38 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके मतदान जारी है. दोनों जगहों पर दोपहर तीन बजे तक मतदान का प्रतिशत 50 फीसदी के पार हो गया. जबकि इन दोनों ही राज्यों में कई विधानसभा सीटों को संवेदनशील के तौर पर चिन्हित किया गया है.
यूपी उपचुनाव में नौ सीटों पर मतदान के बीच जमकर सियासी नखरे क्यों?
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों अंबेडकर नगर जिले की कटेहरी, मैनपुरी की करहल, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, गाजियाबाद, मिर्जापुर की मझावां, कानपुर शहर की शीशमऊ, अलीगढ़ की खैर, प्रयागराज की फूलपुर और मुरादाबाद जिले की कुंदरकी सीट शामिल है. इन सभी नौ विधानसभा सीटों पर भाजपा और सत्ता की सीधी लड़ाई है. साथ ही इनमें से ज्यादातर सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इसलिए बुर्का को लेकर जारी हल्ले ने बवाल का रूप अख्तियार कर लिया.
ये भी पढ़ें- Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र में NCP-शिवसेना के 'किले' दरके, सियासी समीकरण बदल रहा BJP-कांग्रेस का महामुकाबला
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे, भाजपा अध्यक्ष का बड़ा आरोप
यूपी उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सपा के गढ़ करहल में एक युवती की हत्या हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये हत्या लाल टोपी वाले गुंडों ने की है. चौधरी ने दावा किया कि यूपी उपचुनाव में बुर्का पहनकर फर्जी वोट डाले जा रहे हैं. खुलेआम पुलिस और पीठासीन अधिकारियों को धमकी दी जा रही हैं. दबाव बनाने के लिए चुनाव आयोग तक को धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता ने सपा के जंगलराज को पहले ही पहचान लिया है.
ये भी पढ़ें- UP By Polls: सिर से गमछा हटाएं या चेहरे से बुर्का? यूपी उपचुनाव में उठी मांगों पर चुनाव आयोग का नियम क्या कहता है?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर की चुनाव आयोग से शिकायत
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग से अपील है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया को भी सुनिश्चित करें. जो भी पुलिस अधिकारी मतदाताओं के वोटर कार्ड और आधार आईडी चेक कर रहे हैं, उन्हें वीडियो के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाए. पुलिस को आधार, आईडी कार्ड या पहचान पत्र जांचने का कोई अधिकार नहीं है."