वकील को भारी पड़ा AI का इस्तेमाल, डेडलाइन पूरी करने के चक्कर में कर गया बड़ा ब्लंडर
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वकील को भारी पड़ा AI का इस्तेमाल, डेडलाइन पूरी करने के चक्कर में कर गया बड़ा ब्लंडर

AI Tool: इस युवा वकील ने चैट जीपीटी पर आंख बंद करके भरोसा कर लिया जिसकी वजह से उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया.


 

वकील को भारी पड़ा AI का इस्तेमाल, डेडलाइन पूरी करने के चक्कर में कर गया बड़ा ब्लंडर

Chat GPT: नौकरी करने वाले लोगों को यह बात समझने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी कि कई बार काम का दबाव इतना ज्यादा हो जाता है कि आप उससे बचने के लिए कोई शॉर्टकट निकाल लेते हैं. हालांकि शॉर्टकट निकलना कई बार बैक फायर भी कर सकता है. ऐसा ही हुआ है एक युवा वकील के साथ जिसमें काम के दबाव में कुछ ऐसा कर डाला जिसकी वजह से उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया.

क्या है मामला 

आपको बता दें कि एक एक युवा वकील जो काम के दबाव को झेल नहीं पाया उसने चीजों को आसान बनाने के लिए ChatGPT का सहारा लिया लेकिन ये उसकी बड़ी भूल साबित हुई और इस गलती के लिए उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ गया. 

दरअसल इस वकील ने काम के प्रेशर को कम करने के लिए AI टूल (आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस) का सहारा लिया और कुछ नकली परिदृश्य बनाए, हालांकि वकील का ये पैंतरा काम नहीं आया और ये बात लॉ फर्म को पता चल गई जिसके बाद कंपनी ने इस वकील को बाहर का रास्ता दिखा दिया. बिज़नेस इनसाइडर के अनुसार, बेकर लॉ ग्रुप में पहले कार्यरत 29 वर्षीय वकील ज़ाचारी क्रैबिल को ऑफिस में OpenAI के ChatGPT का इस्तेमाल करने की वजह से उनकी नौकरी से हटा दिया गया था.

डेडलाइन की वजह से किया ऐसा काम 

अगर आप प्राइवेट या सरकारी जॉब करते हैं तो आपको भी डेड लाइन मिलती होगी ठीक ऐसा ही इस युवा वकील के साथ हुआ और डेडलाइन पास आता देखकर इसे कुछ समझ नहीं आया. वह चाहता था कि यह कोलोराडो केस कानून की बारीकियों के साथ एक कानूनी प्रस्ताव को मजबूत करे.

क्रैबिल ने बताया है कि कि कई वकीलों को अपने करियर की शुरुआत में इसी तरह के दबावों का सामना करना पड़ता है. ChatGPT द्वारा प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने के बाद, क्रैबिल ने इसे अपने बॉस को सौंप दिया और फिर इसे कोलोराडो अदालत में दायर कर दिया. हालाँकि, वह एक महत्वपूर्ण कदम चूक गया: AI के काम का सत्यापन, जिसके बाद उसे डर लगने लगा क्योंकि उसके रिफ्रेंस बिल्कुल नकली थे. 

उन्होंने जज के सामने स्वीकार किया कि उन्होंने दस्तावेज़ में सुधार करने के लिए AI चैटबॉट का उपयोग किया, जिससे जज ने उन्हें उच्च अधिकारियों को सूचना दी. नतीजतन, उन्हें निकाल दिया गया, जैसा कि शुरू में द वाशिंगटन पोस्ट द्वारा बताया गया था. क्रैबिल ने इस बात से इनकार किया कि ChatGPT ने उनकी बर्खास्तगी का कारण बना, फिर भी उन्होंने आगे कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया.

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