देश के इस बड़े अस्‍पताल में डिलीवरी का नहीं लगेगा कोई चार्ज
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देश के इस बड़े अस्‍पताल में डिलीवरी का नहीं लगेगा कोई चार्ज

देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) में सभी डेलिवरी मुफ्त करने का फैसला हुआ है. यही नहीं एक साल तक के बच्चों का इलाज भी मुफ्त होगा. पहले सर्जरी में अस्‍पताल 1000 रुपये तक चार्ज करता था.

देश के इस बड़े अस्‍पताल में डिलीवरी का नहीं लगेगा कोई चार्ज

नई दिल्ली : देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) में सभी डिलीवरी मुफ्त करने का फैसला हुआ है. यही नहीं एक साल तक के बच्चों का इलाज भी मुफ्त होगा. पहले सर्जरी में अस्‍पताल 1000 रुपये तक चार्ज करता था. PGI ऐसा संस्‍थान है जहां डिलीवरी के क्रिटिकल केस लिए जाते हैं.

जिला अस्‍पतालों में यह सुविधा मुफ्त
सहयोगी वेबसाइट www.zeebiz.com/hindi में प्रकाशित खबर के अनुसार पीजीआई के मेडिकल सुप्रींटेंडेंट प्रो. एके गुप्‍ता ने कहा चूंकि सरकार ने जिला अस्‍पतालों में यह सुविधा मुफ्त कर रखी है इसलिए हमारे यहां भी अब इसे मुफ्त कर दिया गया है. अनुमान के तौर पर PGI में 1 महीने में करीब 490 डिलीवरी के जटिल केस किए जाते हैं. गुप्‍ता ने कहा कि ये सभी डिलीवरी केस जटिल थे, इसलिए इनकी संख्‍या जिला अस्‍पताल में होने वाले डिलीवरी केस से कम है.

अस्‍पताल गर्भ से संबंधित मामलों का खर्च उठाएगा
एके गुप्‍ता ने कहा कि अब अस्‍पताल गर्भ से संबंधित मामलों का खर्च वहन करेगा. जननी शिशु सुरक्षा योजना (JSSK) के अंतर्गत जिला अस्‍पतालों में हर प्रकार की डिलीवरी मुफ्त है. ऐसा शिशु मृत्‍यु दर बढ़ने के मद्देनजर किया गया था. मौजूदा समय में शिशु मृत्‍यु दर 56 हजार सालाना है.

दवा व अन्‍य सामान का भी चार्ज नहीं
इस योजना के तहत न सिर्फ डिलीवरी केस मुफ्त होता है बल्कि दवा व अन्‍य सामान का भी चार्ज नहीं लिया जाता. साथ ही प्रसूता को भोजन भी मुफ्त दिया जाता है. अगर प्रसूता को ब्‍लड की जरूरत पड़ती है तो उसका भी कोई चार्ज नहीं लगता. अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज होने के बाद घर पहुंचाने की जिम्‍मेदारी भी अस्‍पताल की होती है.

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