Aspirin side effects: पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक को रोकने या उसके खतरे को कम करने के लिए आम तौर पर डाक्टरों द्वारा एस्पिरिन की हल्की डोज लेने की सलाह दी जाती है.
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Aspirin side effects: हार्ट अटैक या स्ट्रोक से बचने के लिए अक्सर कई लोग एस्पिरिन दवा ले लेते हैं. लेकिन अब हेल्थ एक्सपर्ट्स लोगों को इस आदत से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. इस संबंध में US प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने एडवाइजरी के लिए एक नया ड्राफ्ट तैयार किया है. इस ड्राफ्ट में कहा गया है कि जिन बुजुर्गों को दिल की बीमारी नहीं है. उन्हें अब पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक से बचने के लिए डेली डोज में एस्पिरिन दवा लेने की जरूरत नहीं है.
आपको बता दें कि इससे पहले 2016 में पैनल ने ही पहले हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचने के लिए एस्पिरिन दवा लेने की सलाह दी थी. उस समय पैनल द्वारा कहा गया था कि 50-60 साल के उम्र के लोग डेली डोज में एस्पिरिन दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे हार्ट अटैक के अलावा कोलोरेक्टल कैंसर से भी बचा जा सकता है, लेकिन अब पैनल के नए ड्राफ्ट में इन सिफारिशों में बदलाव किया गया है.
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हृदय रोग और स्ट्रोक अमेरिका में मृत्यु के प्रमुख कारण हैं, अमेरिका में अनुमानित 605,000 लोगों को हर साल पहला दिल का दौरा पड़ता है और 610,000 लोगों को पहले स्ट्रोक का अनुभव होता है. एस्पिरिन की एक दैनिक खुराक, पहले दिल के दौरे या स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए प्रदर्शित की गई है, लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि यह पेट, आंतों और मस्तिष्क में रक्तस्राव सहित नुकसान भी पहुंचा सकता है, क्योंकि उम्र के साथ रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है.
ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है
पैनल ने जो नया ड्राफ्ट तैयार किया है, उसमें ये कहा गया है कि 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगो में जिन्हें पहले कभी हार्ट अटैक या स्ट्रोक नहीं आया है, उन्हें एस्पिरिन दवा से किसी तरह का लाभ नहीं मिलेगा. बल्कि इससे उनमें ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है.
द वॉल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) में छपी खबर के अनुसार, पैनल ने पहली बार एस्पिरिन दवा को लेकर इस तरह का ड्राफ्ट बनाया है. पैनल के अनुसार 40 साल से कम उम्र के लोगों को इस दवा को थोड़ा फायदा मिल सकता है. वहीं 50 की उम्र के लोगों में इस दवा का कोई लाभ नहीं देखा गया है.
विशेष तौर इन लोगों के लिए ध्यान रखना जरूरी
ये गाइडलाइन विशेष तौर पर हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल, मोटापे और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए हैं, क्योंकि ये सारी चीजें हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना को बढ़ाते हैं. इसके अलावा एस्पिरिन दवा लेने या रोकने से पहले अपने डॉक्टर से जरुर संपर्क करें.
US प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स के सदस्य चिएन-वेन त्सेंग (Chien-Wen Tseng) का कहना है कि, 'एस्पिरिन शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि उम्र के साथ इसका खतरा बढ़ता जाता है.'
क्या है एस्पिरिन
एस्पिरिन दवा एक पेन किलर है, लेकिन ये ब्लड थिनर का भी काम करती है. ये दवा ब्लड क्लॉटिंग को कम करती है. हालांकि इस दवा के नुकसान भी हैं, भले ही इसे कम डोज में क्यों ना लिया जाए. इसकी वजह से पाचन तंत्र या अल्सर में ब्लीडिंग भी हो सकती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है. यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स एस्पिरिन दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दे रहे हैं.
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