Ayurvedic Treatment for Dengue Fever: यदि आपको डेंगू का बुखार है तो आप इसके लिए घर पर ही आयुर्वेदिक दवा तैयार कर सकते हैं. इसका फायदा और इसे बनाने का तरीका यहां आप आयुर्वेद एक्सपर्ट से जान सकते हैं.
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एडीज मच्छर के काटने से डेंगू का इंफेक्शन होता है. डेंगू के लक्षण फ्लू की तरह होते हैं, लेकिन सही समय पर इलाज शुरू ना होने पर जान जाने का भी जोखिम होता है. ऐसे में यदि आपको मतली, सिरदर्द, उल्टी के साथ बुखार है तो इसको नजरअंदाज ना करें. डेंगू का बुखार 4-10 दिन तक रह सकता है.
आयुर्वेद एक्सपर्ट बीएएमएस डॉ. चैताली राठौड़ के मुताबिक पपीते के पत्ते का जूस डेंगू में अमृत की तरह काम करता है. उन्होंने यह जानकारी अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर शेयर की है. इसमें उन्होंने पपीते के पत्ते के जूस के फायदों और इसे बनाने के तरीके समेत डेंगू को जल्द से जल्द ठीक करने के उपायों को बताया है.
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डेंगू बुखार में फायदेमंद पपीते के पत्ते का जूस
एक्सपर्ट बताती हैं कि डेंगू में पपीते के पत्ते चमत्कार की तरह काम करते हैं यदि आप इसे निदान की शुरुआत में लेते हैं. इसमें बुखार और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं. यह लिवर. प्लीहा को हेल्दी रखने में मदद करता है, जिससे बॉडी डेंगू से जल्दी रिकवर करती है.
इन बीमारियों में भी फायदेमंद पपीते के पत्ते का जूस
सर्दी, खांसी
अस्थमा, सांस लेने में कठिनाई से संबंधित श्वसन विकार
लिवर का बढ़ना, हिपेटोमिगेली
स्प्लेनोमेगाली, बढ़ी हुई प्लीहा
कम पाचन शक्ति
सूजन
रोज कितनी खुराक लें-
पपीते के हरे पत्तों को धोकर इसका जूस बनाए. रोज सामान्य वयस्क 10-15 मिली और बच्चे 5 मिली इसका सेवन करें.
डेंगू में इन चीजों से करें परहेज
डेंगू होने पर चीनी, गेहूं, तले हुए सामान का कम से कम सेवन करें. इसके साथ ही रोज नहाने, बालों में तेल लगाने, रात में जागने और व्यायाम से बचें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.