दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला जहर! जान का दुश्मन बन ये प्रदूषण, जानें शरीर को अंदर से कैसे कर रहा खोखला?
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दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला जहर! जान का दुश्मन बन ये प्रदूषण, जानें शरीर को अंदर से कैसे कर रहा खोखला?

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता वायु प्रदूषण कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषित हवा में सांस लेने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती है.

दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला जहर! जान का दुश्मन बन ये प्रदूषण, जानें शरीर को अंदर से कैसे कर रहा खोखला?

दिल्ली और आसपास के इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बुधवार सुबह बेहद खराब स्थिति में दर्ज किया गया. सुबह 6 बजे के करीब दिल्ली का औसत AQI 349 रहा, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा जाता है. खासतौर पर अलीपुर में 366, आनंद विहार में 403, जहांगीरपुरी में 414, बवाना में 388, द्वारका सेक्टर 8 में 360, रोहिणी में 384 और सोनिया विहार में 383 AQI दर्ज किया गया. दिल्ली से सटे नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता खराब रही. यहां के कई इलाकों में बुधवार सुबह AQI 300 से आसपास दर्ज किया गया.  इन आंकड़ों से साफ है कि दिल्ली-एनसीआर की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है, जो लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकती है.

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता वायु प्रदूषण कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषित हवा में सांस लेने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती है. आइए इनपर विस्तार से एक नजर डालें.

सांस संबंधी समस्याएं
प्रदूषित हवा में सांस लेने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं या बिगड़ सकती हैं.

दिल की बीमारी
लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक शामिल हैं.

फेफड़ों का कैंसर
वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है.

वायु प्रदूषण से फेफड़ों को कैसे बचाएं
* एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर चीजें जैसे जामुन और पत्तेदार सब्जियां खाएं.
* फैटी मछली और बीजों से ओमेगा-3 प्राप्त करें.
* ग्रीन टी जैसी हर्बल चाय पिएं.
* हाइड्रेटेड रहें.
* प्रदूषण के चरम समय विशेषकर प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से बचें.
* धूम्रपान छोड़ें.

बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौरान बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों को विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए. जब हवा की क्वालिटी इतनी खराब हो, तो घर के अंदर रहना, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना और बाहर निकलने पर मास्क पहनना बेहतर होता है. वहीं, सरकार भी प्रदूषण से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है, ताकि नागरिकों को इन खतरनाक स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सके.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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