गीला मास्क कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी नहीं है. ऐसे में अगर गर्मी और पसीने के कारण पहना हुआ मास्क गीला हो जाता है तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. गीले कपड़े से वायरस शरीर के भीतर आसानी से प्रवेश कर सकता है.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए दुनियाभर के डॉक्टर फेस मास्क लगाने की सलाह दे रहे हैं. लेकिन भारत जैसे देश में मास्क लगाने को लेकर भी एक बड़ी चुनौती है. इस गर्मी और उमस भरे मौसम में मास्क लगाने से चेहरे पर पसीना बहुत आता है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि गीला मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए बिलकुल भी प्रभावी नहीं है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं सही तरीका..
कितना खतरनाक है गीला मास्क
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कपड़े से बना मास्क कोरोना वायरस से तभी बचा सकता है जब वह सूखा हो. गीला मास्क कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी नहीं है. ऐसे में अगर गर्मी और पसीने के कारण पहना हुआ मास्क गीला हो जाता है तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. गीले कपड़े से वायरस शरीर के भीतर आसानी से प्रवेश कर सकता है.
कैसे करें बचाव
इमरजेंसी मेडिसीन एक्सपर्ट डॉ. टेरेसा मूरे का कहना है कि गर्मी में पसीना खूब आता है. लेकिन कोरोना काल में आपके फेस मास्क का गीला होना, बचाव से ज्यादा संक्रमण का खतरा पैदा करता है. ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी जगह जाते वक्त कम से कम दो मास्क अपने पास रखें. अगर किसी कारणवश एक मास्क पसीने से गीला हो जाए तो तुरंत इसे बदलकर सूखा मास्क पहन ले. इससे संक्रमण का खतरा कम किया जा सकता है.
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इसके अलावा हेल्थ एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि गर्मी के दिनों में कॉटन वाले मास्क की जगह हल्के सर्जिकल मास्क लगाना ज्यादा फायदेमंद है. सर्जिकल मास्क की एक अच्छी बात ये है कि इसमें से सांस लेने में ज्यादा परेशानी नहीं होती. साथ ही ज्यादा हवा आने की पसीना कम आता है.
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