चाय छोड़ दिन में 3 बार पीएं ये ड्रिंक, आलस के साथ कैंसर जैसी ये 5 बीमारियां भी रहेंगी दूर
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चाय छोड़ दिन में 3 बार पीएं ये ड्रिंक, आलस के साथ कैंसर जैसी ये 5 बीमारियां भी रहेंगी दूर

Drink To Prevent Disease: यदि आप आलस दूर करने के लिए रोज चाय पीते हैं, तो इस फायदे को आप कॉफी से भी ले सकते हैं. साथ ही इसे पीने से कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाव होता है.

चाय छोड़ दिन में 3 बार पीएं ये ड्रिंक, आलस के साथ कैंसर जैसी ये 5 बीमारियां भी रहेंगी दूर

दुनिया में सबसे ज्यादा लोग कॉफी पीते हैं, लेकिन भारत में चाय का क्रेज है. इसमें कोई दोराय नहीं कि चाय आलस को तुरंत भगाने में कारगर है, मूड को फ्रेश रखती है. लेकिन हेल्थ के लिए नजरिए से यह कॉफी के मुकाबले कम फायदेमंद है, खासतौर पर जिस तरीके से इसे भारतीय घरों में दूध और शक्कर के साथ तैयार किया जाता है.

यदि आप एक दिन में 3 कप दूध वाली चाय पीते हैं, तो इससे मोटापा, मुहांसे, डाइजेशन प्रॉब्लम, एंग्जायटी, डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम जैसे क्रॉनिक डिजीज होने का खतरा बढ़ सकता है. लेकिन ऐसा कॉफी के साथ बिल्कुल नहीं है. 

कॉफी के फायदे

अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, दिन में तीन बार कॉफी पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें आलस से छुटकारा से लेकर हार्ट डिजीज जैसी कई खतरनाक बीमारियों से बचाव शामिल हैं.

कैंसर से बचाव

एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं. खासकर, लिवर कैंसर और कोलन कैंसर के जोखिम को कम करने में कॉफी सहायक होती है.

डायबिटीज का खतरा कम

कॉफी पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम होता है. यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.

फैटी लिवर नहीं होता

फैटी लिवर में कॉफी पीने से सूजन समेत इसके लक्षण कम होने लगते हैं. इसलिए हेपेटाइटिस पेशेंट को बिना दूध वाली कॉफी पीने की सलाह दी जाती है. 

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हार्ट डिजीज

कई अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रूप से कॉफी पीने से हार्ट डिजीज का जोखिम कम होता है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप फिल्टर कॉफी ही पिएं, क्योंकि अनफिल्टर और एक्सप्रेसो में डायटेरपीनस की मात्रा ज्यादा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए जाना जाता है. 
 

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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