50 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी के बाद अब बारिश का मौसम आने वाला है, लेकिन बारिश के मौसम में सब्जियों में नमी के चलते केमिकल पैदा होता है, तो पेट से जुड़ी समस्याएं होती हैं.
बारिश के मैदान में नमी बढ़ जाती है. वहीं फूलगोभी में ग्लूकोसाइनोलेट्स कंपाउंड होते हैं, जिससे एलर्जी जैसे दिक्कतें हो सकती हैं.
शिमला मिर्च में विटामिन के साथ मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. मानसून में इसमें भी ग्लूकोसाइनोलेट्स कंपाउंड होते हैं, जो आइसोथियोसाइनेट्स में टूट जाते हैं. इससे सांस लेने तक की समस्या हो सकती है.
बारिश के मौसम में बैंगन भी खाना नुकसानदायक होता है, क्योंकि मानसून में इसमें कीड़े के साथ जहरीले कंपाउंड होते हैं. इससे एलर्जी, खुजली और स्किन से जुड़ी दिक्कत हो सकती है.
मानसून में अगर आप मशरूम खाते हैं, तो आपको ये खाना कम कर देना चाहिए, क्योंकि मानसून में इसमें नमी होती है और ह्यूमिड कंडीशन के कारण इसमें बैक्टीरिया भी होते हैं, जिससे इम्यूनिटी और खाना पचाने संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.
बारिश के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया के साथ फंगी और अन्य पैथोजेंस को बढ़ने का खतरा होता है, जिससे खाना पचाने में दिक्कत होने के साथ ही और भी बीमारी हो सकती हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें, तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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