अमेरिकी हेल्थ वेबसाइट healthline.com की मानें तो नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से न सिर्फ आपका वजन कंट्रोल में रहता है बल्कि आप कई तरह की बीमारियों से भी बचे रहते हैं जिसमें किडनी की बीमारी भी शामिल है. ब्लड प्रेशर और हार्ट हेल्थ ये दोनों ही किडनी डिजीज के जोखिम कारक हैं और नियमित रूप से एक्सरसाइज, वर्कआउट या फिजिकल एक्टिविटी करते रहने से ये समस्याएं नहीं होतीं. वॉकिंग, रनिंग, साइक्लिंग, स्विमिंग, डांसिंग- जो आपका दिल करे वो करें लेकिन फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें.
जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी होती है या फिर जिनका ब्लड शुगर लेवल हाई होता है उन्हें किडनी की बीमारी होने का खतरा भी काफी अधिक होता है. इसका कारण ये है कि जब खून में मौजूद ग्लूकोज का इस्तेमाल शरीर की कोशिकाएं नहीं कर पाती हैं तो खून को फिल्टर करने के लिए किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे किडनी का काम बढ़ जाता है और किडनी को नुकसान होने लगता है. ऐसे में किडनी डैमेज से बचने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है.
हाई ब्लड शुगर के अलावा हाई ब्लड प्रेशर यानी हाई बीपी की वजह से भी किडनी क्षतिग्रस्त हो सकती है. इसका कारण ये है कि अगर लंबे समय तक बीपी कंट्रोल न हो पाए तो किडनी और उसके आस पास मौजूद धमनियां कमजोर और संकुचित होने लगती हैं जिस वजह से पर्याप्त खून किडनी के टिशूज तक नहीं पहुंच पाता है. साथ ही किडनी की धमनियां जो क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं वह खून को ठीक से फिल्टर नहीं कर पातीं जिससे किडनी की बीमारी हो सकती है.
अमेरिकी वेबसाइट health.clevelandclinic.org से जुड़े नेफ्रोलॉजिस्ट जेम्स साइमन की मानें तो ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि ज्यादा पानी पीने से किडनी साफ रहेगी और बेहतर तरीके से काम करेगी. लेकिन इसके उलट कोई स्टडी इस बात को अब तक साबित नहीं कर पायी है. इसलिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में 5 से 6 गिलास पानी पीना बेहद जरूरी है लेकिन बहुत अधिक पानी भी न पिएं. इससे भी कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. पानी, किडनी में मौजूद सोडियम और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे किडनी से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.
किडनी के लिहाज से हेल्दी डाइट वही है जिसमें सोडियम, प्रोसेस्ड मीट, डिब्बाबंद भोजन, डेयरी उत्पाद, अचार, पालक, टमाटर जैसी चीजें कम हों. ये ऐसे फूड्स हैं जिनका अगर बहुत अधिक सेवन किया जाए तो किडनी को नुकसान पहुंच सकता है. लिहाजा ऐसी चीजें खाएं जिसमें प्राकृतिक रूप से सोडियम की मात्रा कम हो जैसे- गोभी, ब्लूबेरीज, साबुत अनाज, मछली, चिकन, राजमा, बिना नमक वाले नट्स आदि. साथ ही खाने में ऊपर से नमक बिलकुल न डालें. हेल्दी डाइट का सेवन करने से आपका ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहेगा और किडनी से जुड़ी बीमारियां नहीं होंगी.
स्मोकिंग करने से शरीर की रक्तवाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिससे किडनी समेत शरीर के विभिन्न अंगों तक खून का प्रवाह कम हो जाता है. साथ ही स्मोकिंग करने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में अगर आप अपनी स्मोकिंग की आदत को अलविदा कह दें तो इन सारी समस्याओं का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है.
अगर आपको भी सिरदर्द, पेट दर्द, जुकाम या बुखार जैसी समस्याओं में डॉक्टर से पूछे बिना अपने मन से ओटीसी दवा (केमिस्ट से पूछकर दवा खरीद लेना) खाने की आदत है तो समझ लीजिए कि आप अपनी किडनी को नुकसान पहुंचा रहे हैं. अगर आप भी पेनकिलर के तौर पर नियमित रूप से आइबूप्रोफेन और नैप्रोक्सेन जैसी दवाएं खाते हैं तो किडनी के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है. लिहाजा अपनी इस आदत को आज ही बदलें और डॉक्टर से पूछे बिना कोई दवा न खाएं.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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