Spices To Improve Intestinal Problem: आंत शरीर का दूसरा मस्तिष्क होता है. इस अंग में गड़बड़ी यानी पूरा शरीर प्रभावित. आंत शरीर के बाकी अंगों की तरह दिमाग के निर्देशों पर निर्भर नहीं रहता है. इसका संचालन आंतरिक तंत्रिका तंत्र द्वारा होता है, जो पाचन क्रिया के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होता है. हमारी बॉडी में भोजन पचाने से लेकर व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम आंत ही करती है. ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट फूड्स का सेवन सही पाचन में मददगार होगा.
कई बार लोगों को आंत में गड़बड़ी की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसपर हमारा भोजन पूरी तरह से जिम्मेदार होता है. दरअसल, आंत में खराबी तब होती है, जब इसमें अच्छे बैक्टीरिया की कमी और खराब बैक्टीरिया की अधिकता हो जाती है. आंत में खराब बैक्टीरिया के बढ़ने से आपको थकावट, पेट दर्द, कब्ज, दस्त, एसिडिटी, सोने में कठिनाई, शुगर क्रेविंग का अनुभव हो सकता है. इसलिए हम आपको बताएंगे आपके किचन में मौजूद कुछ ऐसे मसालों के बारे में गट हेल्थ को बढ़ावा देते हैं.
हल्दी एंटी बैक्टीरियल होने के चलते आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाती है. इसमें करक्यूमिन होता है, जो एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है. अपने भोजन में हल्दी जरूर शामिल करें.
अदरक में जिंजोरल नामक यौगिक पाया जाता है, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एक्टिविटी को बढ़ाने का काम करता है. इससे पाचन क्रिया प्रभावी ढंग से काम करती है. अगर आप खाने में अदरक का नियमित सेवन करते हैं, तो ये एसिडिटी, गैस, अपच, पेट दर्द के साथ बवासीर और कैंसर का भी रक्षक है.
भोजन में जीरा शामिल करने से खाना अच्छी चरह पच जाता है. साथ ही ये भूख को भी बढ़ाने का काम करता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, जीरा में थाइमोल नामक तत्व होता है, जो पाचन क्रिया को सही ढंग से कार्य में मदद करता है.
पाचन में सुधार के लिए धनिया का इस्तेमाल बहुत उपयोगी होता है. इसके सेवन से बाइल एसिड बनता है, जो डाइजेशन के लिए जरूरी होता है. अपने भोजन के मसालों में धनिया जरूर शामिल करें.
खाने में हींग मिलाने से पेट संबंधी सभी बीमारियों से छुटकारा मिलता है. इसके सेवन से छोटी आंत में पाचन एंजाइमों की गतिविधि बढ़ती है. साथ ही पाचन में सुधार होता है. पुराने नुस्खों में कई गैस्ट्रिक समस्याओं को रोकने के लिए हींग को शामिल किया जाता था.
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