भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने खुलासा किया है कि वह गंभीर अर्थराइटिस से पीड़ित हैं, जिससे उनके खेल के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है.
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Saina Nehwal struggles with arthritis: भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने खुलासा किया है कि वह गंभीर अर्थराइटिस से पीड़ित हैं, जिससे उनके खेल के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है. 34 वर्ष की हो चुकी साइना नेहवाल ने बताया कि इस बीमारी के कारण उनकी ट्रेनिंग क्षमता काफी सीमित हो गई है, जिससे उन्हें इस साल के अंत तक संन्यास लेने पर विचार करना पड़ रहा है.
साइना नेहवाल ने बताया, "घुटने बहुत खराब है. मुझे गंभीर अर्थराइटिस है. मेरा कार्टिलेज खराब हो गया है. आठ-नौ घंटे तक ट्रेनिंग लेना बहुत मुश्किल है. ऐसे में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को कैसे चुनौती देंगे? मुझे लगता है कि मुझे कहीं न कहीं इसे स्वीकार करना होगा. क्योंकि दो घंटे का ट्रेनिंग अच्छे लेवल के खिलाड़ियों के साथ खेलने और चाहा हुआ परिणाम प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं है."
अर्थराइटिस क्या है?
अर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें जोड़ों में सूजन और दर्द होता है. यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही टिशू पर हमला करती है. अर्थराइटिस के कई प्रकार हैं, लेकिन सबसे आम प्रकार रूमेटोइड अर्थराइटिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस हैं.
क्यों होती है अर्थराइटिस?
अर्थराइटिस के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
उम्र बढ़ना: उम्र बढ़ने के साथ-साथ जोड़ों में घिसाव होता है, जिससे अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है.
जेनेटिक कारक: कुछ लोगों में अर्थराइटिस का खतरा जेनेटिक रूप से भी बढ़ सकता है.
चोट या चोटों का इतिहास: जोड़ों में चोट लगने से भी अर्थराइटिस का खतरा बढ़ सकता है.
मोटापा: मोटापा जोड़ों पर अधिक दबाव डालता है, जिससे अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है.
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: कुछ ऑटोइम्यून डिसऑर्डर जैसे कि ल्यूपस या सोरायसिस भी अर्थराइटिस का कारण बन सकते हैं.
कम उम्र में अर्थराइटिस क्यों?
साइना नेहवाल जैसी युवा खिलाड़ी को अर्थराइटिस होने के कई कारण हो सकते हैं. इनमें से कुछ कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
ज्यादा तनाव: अच्छे स्तर के खेल में लगातार तनाव और दबाव जोड़ों पर अधिक भार डाल सकता है.
खराब आहार: असंतुलित आहार से पोषण की कमी हो सकती है, जो जोड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है.
अधिक व्यायाम: अधिक व्यायाम करना भी जोड़ों पर दबाव डाल सकता है.
अर्थराइटिस के लक्षण
जोड़ों में दर्द और सूजन
जोड़ों में कठोरता
जोड़ों में लालिमा और गर्मी
जोड़ों की गतिशीलता में कमी
थकान
नींद की समस्याएं
अर्थराइटिस का इलाज
अर्थराइटिस का इलाज करने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हो सकते हैं:
दवाएं
व्यायाम
फिजिकल थेरेपी
सर्जरी