heart attack know symptoms and treatment: फिल्म 'शोले' में ठाकुर बलदेव सिंह का किरदार निभाने वाले अभिनेता संजीव कुमार का हार्ट अटैक से निधन हुआ था. जानिए हार्ट अटैक के लक्षण और इलाज...
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भूपेंद्र राय/ heart attack know symptoms and treatment: अगस्त 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले के अब तक कई किरदार इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. किसी की बढ़ती उम्र तो सेहत ने जवाब दे दिया तो किसी को गंभीर बीमारी अपने साथ ले गई. ऐसा ही कुछ हुआ था दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार के साथ. अपने समय के बेहतरीन एक्टर संजीव ने वैसे तो कई फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाए, लेकिन फिल्म 'शोले' के ठाकुर बलदेव सिंह के किरदार ने उन्हें उन ऊंचाईयों तक पहुंचा दिया, जिसकी खुद स्टार ने भी कल्पना नहीं की थी.
मीडिया रिपोट्स की मानें तो संजीव कुमार को हमेशा से लगता था कि वो ज्यादा दिन नहीं जी पाएंगे, इसकी एक वजह ये भी थी कि उनके परिवार के पुरुष 50 साल से ज्यादा तक नहीं जी नहीं पाते थे. लिहाजा हार्ट अटैक के चलते महज 47 साल की उम्र में ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. जिस हार्ट अटैक ने बॉलिवुड से शोले का ठाकुर छीन लिया था, वो बेहद खतरनाक बीमारी होती है. विस्तार से जानिए इसके बारे में...
क्या है हार्ट अटैक (what is Heart attack)
Johns Hopkins के मुताबिक, हार्ट अटैक का मेडिकल नाम मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) होता है. जिसमें दिल तक ऑक्सीजन और खून पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज आ जाती है. जिससे हार्ट मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और खून नहीं मिल पाता और वो डैमेज होने लगती है.
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर मरीज में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जैसे-
हार्ट अटैक के कारण - Causes of heart attack
हार्ट अटैक काफी खतरनाक होता है, जिसके कारण जान भी जा सकती है. हाल ही में एक्टर पुनीत राजकुमार और सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी हार्ट अटैक के कारण हुआ था. Johns Hopkins के अनुसार, हार्ट अटैक आने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं. नीचे जानिए उनके बारे में....
डॉक्टर से कब मदद लेनी है?
हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. आपके शरीर में हल्के से शारीरिक बदलाव नजर आने पर ही फौरन डॉक्टर के पास जाने की कोशिश करें. लक्षणों को देखकर इसे अन्य समस्या समझने की गलती ना करें, क्योंकि यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है.
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
कैसे किया जाता है हार्ट अटैक का इलाज
हार्ट अटैक आने के बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी की जाती है. यह एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है. मेडिकल भाषा में इन रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी आर्टरीज़ कहते हैं. डॉक्टर अक्सर दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्याओं के बाद एंजियोप्लास्टी का सहारा लेते हैं. यह काफी अच्छी ट्रीटमेंट है.