भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के तहत आने वाले खाद्य संवर्धन संसाधन केंद्र (FFRC) के ‘ग्लोबल अलायंस फॉर इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशन’ (GAIN) के साथ मिलकर आयोजित खाद्य तेल संवर्धन पर एक राष्ट्रीय वेबिनार में यह बात निकलकर आई है.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी जैसे हमलों से बचने के लिए अब देश का हर नागरिक तैयार होगा. केंद्र सरकार महामारियों और संक्रमण से देश के हर नागरिक को बचाने के लिए तैयारियां कर रही है. इसी कड़ी में सरकार विचार कर रही है कि अब बाजार में मिलने वाले खाने के तेल में विटामिन में मिलाया जाए.
खाद्य नियामक एफएसएसएआई (FSSAI) खाद्य तेल निर्माताओं को विटामिन ए और डी का तेल में सम्मिश्रण जरूरी करने के बारे में विचार कर रहा है, जो शरीर की इम्यूनिटी पावर को मजबूत करने में मददगार होते हैं. एफएसएसएआई के सीईओ अरुण सिंघल ने कहा कि FSSAI खाने के तेलों को विटामिन ए और डी को मिलाना अनिवार्य बनाने के बारे में विचार कर रहा है ताकि भारत के लोग बेहतर रोग-प्रतिरोधक क्षमता का लाभ ले सकें.
हमारे सहयोगी वेबसाइट zeebiz.com के अनुसार भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के तहत आने वाले खाद्य संवर्धन संसाधन केंद्र (FFRC) के ‘ग्लोबल अलायंस फॉर इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशन’ (GAIN) के साथ मिलकर आयोजित खाद्य तेल संवर्धन पर एक राष्ट्रीय वेबिनार में यह बात निकलकर आई है.
सिंघल ने कहा कि खाद्य तेल के पौष्टिक तत्वों के साथ सम्मिश्रण किये जाने से यह सुनिश्चित होगा कि विभिन्न सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों की देश भर में खाद्य तेलों तक पहुंच आसान हो.
भारत में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी सहित कुपोषण का बहुत अधिक समस्या है. हमारे देश में एक बड़ी आबादी विटामिन ए और डी की कमी से पीड़ित है. हमारे शरीर में इन विटामिनों की कमी, मृत्यु दर, उत्पादकता और आर्थिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. विटामिन ए और डी इम्यूनिटी पावर को मजबूत करते हैं, जो कोविड -19 महामारी के समय में महत्वपूर्ण है.
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