10 सितंबर को महिला अफसरों की टीम सागर परिक्रमा पर रवाना हुई थी.
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नई दिल्लीः समुद्र के रास्ते पूरी दुनिया घूमने निकली देश की 6 महिला नेवी अफसरों का गुरुवार को प्रशांत महासागर में तूफान से सामना हुआ. महिला अफसरों का सामना तूफान से उस वक्त हुआ जब यह लोग फॉकलैंड आइलैंड्स पहुंचने वाले थे. इंडियन नेवी ने महिला अफसरों की जाबांजी का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है. इस वीडियो में महिला अफसरों को बहादुरी से तूफान का सामना करते हुए अपनी नौका INSV तारिणी को सुरक्षित करते हुए दिखाया गया है.
Some pics of #INSVTarini 1/2 pic.twitter.com/niDCDYtY8c
— SpokespersonNavy (@indiannavy) January 10, 2018
55फीट की नौका और 6 महीने का सफर
भारत की ये 3 महिला अफसर 55 फीट की नौका में सवार होकर 6 महीने की समुद्री परिक्रमा पर निकली है. इन सभी 6 महिला अफसरों को समुद्र में शिप चलाने की ट्रेनिंग देकर 10 सितंबर 2017 को रवाना किया गया था. बता दें कि ये विश्व का पहला ऐसा शिप है, जिसकी सभी क्रू मेंबर महिलाएं हैं.
#WATCH: 6 women naval officers on INSV Tarini, trained at Ocean Sailing Node, brave their way through a storm in the Pacific Ocean while on the way to Falkland Islands (08.01.2018) (Source: Indian Navy) pic.twitter.com/j3uAm7b8bS
— ANI (@ANI) January 11, 2018
5 फेज में पूरी होगी परिक्रमा
नौकायन पोत का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी, नौसेना का एक आर्किटेक्ट, सभी महिला नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट पी स्वाति, विजया देवी, पायल गुप्ता तथा बी ऐश्वर्य कर रही हैं. इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 के दौरान नौसेना की महिला टीम आईएनएस महादेवी गोवा से विशाखापट्टनम तक का सफर पहले ही तय कर चुकी हैं, जिसके बाद वे मॉरिशस गईं और फिर वहां से लौटीं. इसके बाद, वे दिसंबर 2016 में नौकायन पोत लेकर केपटाउन भी गईं.
मोदी ने किया था वीडियो कॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना का नौकायन पोत 'आईएनएसवी तारिणी' पर मौजूद लोगों से वीडियो कॉल के जरिए बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने 'आईएनएसवी तारिणी' के चालक दल सहित अन्य कर्मियों से उनका हालचाल पूछा. साथ ही उन्हें पूरे देश की ओर से दिवाली की बधाई दी.
सीतारमण ने दी थी हरी झंडी
इस नौका को हरी झंडी देते गुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्वास जताया था कि महिला अधिकारी अपने अभियान में सफलता हासिल करेंगी. उन्होंने कहा था, ‘‘यह महज एक सामान्य अभियान नहीं है, उनके संकल्प और साहस की हर पल परीक्षा होगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘महिलाएं अपनी प्रतिभा, कौशल और संकल्प के कारण बल से जुड़ने को आगे आ रही हैं, लेकिन उन्हें जब कभी मदद की जरूरत होगी हम उनके लिए तैयार रहेंगे.