Agniveer: अग्निपथ स्कीम के तहद अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है. इस स्कीम के कुछ प्रावधानों को लेकर अभ्यर्थी सवाल भी उठाते रहते थे. हालांकि अब इसमें कुछ बदलाव भी किए गए हैं. यहां हम उन बदलाव के बारे में विस्तार से बताएंगे.
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Agniveer Criteria News: अग्निपथ योजना के अंतर्गत सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीर के लिए क्राइटेरिया को अब पहले की तुलना में आसान किया गया है.रेगुलर सैनिकों की चयन प्रक्रिया के मुकाबले चयन प्रक्रिया टेढ़ी थी. अभ्यर्थी भी लगातार इस संबंध में मांग कर रहे थे. इससे पहले सामान्य सैनिकों की भर्ती संबंधी योग्यता के मुकाबले कुछ कठिन रखा गया था. हालांकि अब यह क्राइटेरिया एक जैसा कर दिया गया है. सेना ने इस संबंध में नई नीति जारी की है. हालांकि नई नीति जारी होने से पहले ही अग्निवीर का पहला बैच ट्रेनिंग पूरी कर अपनी-अपनी यूनिट्स में आ चुके हैं. इन अग्निवीरों की पहले साल की योग्यता का आकलन पुरानी पॉलिसी यानी टफ क्राइटेरिया के हिसाब से ही किया गया है.
कुछ बड़े बदलाव
अग्निवीर का आकलन पहले साल ट्रेनिंग सेंटर में और फिर तीन साल यूनिट में होना है.
रेगुलर सैनिक के लिए 5000 फीट की ऊंचाई तक में 5 किलोमीटर की दौड़ 25 से 28 मिनट में पूरा करना होता है.
वहीं अग्निवीर यह दौड़ 23 मिनट में पूरी करने पर सुपर एक्सिलेंट की श्रेणी में आते हैं.
वहीं, रेगुलर सैनिक अगर 25 मिनट या उससे कम समय में भी दौड़ पूरी करते हैं तो वे एक्सिलेंट ही होंगे.
यहां 23 मिनट में दौड़ पूरी करने की कोई श्रेणी ही नहीं है.
सुपर एक्सिलेंट शब्द हटाया गया
अग्निवीर सैनिकों का एक पूरा बैच सुपर एक्सिलेंट क्राइटेरिया से ही यूनिट तक पहुंचा है. यानी एक साल की उनकी मार्किंग हो चुकी है. हालांकि सेना के एक अधिकारी ने कहा कि फाइनल मार्किंग में इसे ठीक कर लिया जाएगा. बता दें कि अब सुपर एक्सिलेंट कैटिगरी को हटा लिया गया है. यह सबसे बड़ा बदलाव है. इससे पहले भर्ती प्रक्रिया के लिए जो मानक तय किए गए थे. उन्हें विभेद करने वाला बताया गया था.