एयरपोर्ट: इंतजार कराने में अव्‍वल रहीं ये 2 एयरलाइंस, देना पड़ा 1 करोड़ का मुआवजा
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एयरपोर्ट: इंतजार कराने में अव्‍वल रहीं ये 2 एयरलाइंस, देना पड़ा 1 करोड़ का मुआवजा

एयर इंडिया और इंडिगो ऐसी थीं, जिन्‍होंने मुसाफिरों को सबसे अधिक इंतजार कराया. एयर इंडिया की करीब 39 और इंडिगो एयरलाइंस की 23 फीसदी फ्लाइट्स अपने निर्धारित समय में उड़ान भरने में नाकामयाब रहीं.

फाइल फोटो

नई दिल्‍ली: समय की बचत को ध्‍यान में रखकर आप फ्लाइट में टिकट बुक करा रहे हैं, तो जरा ठहर जाइए. कहीं ऐसा न हो कि फ्लाइट ऑपरेशन में लगातार हो रही देरी की वजह से आपका मकसद अधूरा रह जाए. जी हां, डायरेक्‍टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के आंकड़ों के अनुसार, बीते महीने देश की छह प्रमुख एयरलाइंस में चार एयरलाइंस ऐसी थी, जिनकी 23 से 40 फीसदी तक फ्लाइट समय पर उड़ान नहीं भर सकी. इन एयरलाइंस में एयर इंडिया और इंडिगो ऐसी थीं, जिन्‍होंने मुसाफिरों को सबसे अधिक इंतजार कराया. एयर इंडिया की करीब 39 और इंडिगो एयरलाइंस की 23 फीसदी फ्लाइट्स अपने निर्धारित समय में उड़ान भरने में नाकामयाब रहीं.

  1. बीते माह एयरवेज की सर्वाधिक फ्लाइट्स ने समय पर भरी उड़ान
  2. फरवरी में देरी के चलते 2 लाख से अधिक मुसाफिर हुए प्रभावित
  3. एयरलाइंस ने मुसाफिरों को दिया एक करोड़ रुपए का मुआवजा

समय पर रहीं गो एयरवेज की सर्वाधिक फ्लाइट्स
फरवरी के महीने में गो एयरवेज की सबसे अधिक फ्लाइट समय पर रहीं. डीजीसीए के अनुसार, फरवरी के महीने में गो एयरवेज का ऑन टाइम परफॉर्मेंस 86.3 प्रतिशत रहा. इसी तरह, विस्‍तारा एयरलाइंस की 81.6 फीसदी, स्‍पाइस जेट की 77.1 फीसदी, जेट एयरवेज की 76.7 फीसदी उड़ाने समय पर अपने गंतव्‍य के लिए रवाना हुईं. वहीं इंडिगो की 76.2 और एयर इंडिया की 60.5 फीसदी उड़ाने समय पर उड़ान भर सकीं. विमानन से जुड़े वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, जनवरी की अपेक्षा सभी एयरलाइंस ने अपने एयरलाइंस का ऑन टाइम परफार्मेंस में सुधार किया है. जनवरी में सिर्फ गो एयरवेज ही ऐसी एयरलाइंस थी, जिसकी करीब 76 फीसदी फ्लाइट्स समय पर उड़ान भर सकीं थीं.

इन वजहों से उड़ानों में हुई देरी 
डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी के महीने में सर्वाधिक 67 फीसदी फ्लाइट्स रिएक्‍शनरी कारणों से विलंब से रहीं. वहीं, एयरपोर्ट के चलते 4 फीसदी, मौसम के चलते 1 फीसदी, एटीसी के चलते 12 फीसदी, मुसाफिरों के चलते 2 फीसदी, रैंप की वजह से एक फीसदी, तकनीकी कारणों से 3 फीसदी फ्लाइट समय पर उड़ान नहीं भर सकीं. इसके अलावा, करीब 10 फीसदी फ्लाइट परिचालानात्‍मक कारणों से विलंब से उड़ान भर सकीं.

देरी के चलते 2 लाख से अधिक मुसाफिर हुए प्रभावित 
डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में एयरलाइंस की लेटलतीफी का खामियाजा करीब दो लाख मुसाफिरों को भुगतना पड़ा. उड़ान में देरी के चलते सबसे अधिक इंडिगो एयरलाइंस के मुसाफिरों को परेशान होना पड़ा. डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, उड़ान में देरी के चलते इंडिगो एयरलाइंस के करीब 1.13 लाख मुसाफिर परेशान हुए. वहीं लेतलतीफी के चलते एयरलाइंस ने फरवरी माह में करीब 1.11 करोड़ का मुआवजा मुसाफिरों को दिया. जिसमें सर्वाधिक 51.85 लाख रुपए का मुआवजा अकेले एयर इंडिया ने भरा.

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