Amit Shah: सिख समुदाय के कल्याण और भलाई के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कामों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने यह दावा किया है कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख बहनों और भाइयों के कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक काम किए हैं.
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Delhi Sikh Gurdwara: केंदीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 1984 के दंगे कोई सामान्य व्यक्ति नहीं भूल सकता है. असल में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी' द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि चाहे भारत का स्वतंत्रता संग्राम हो, मुगलों के खिलाफ लड़ाई हो या अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई, विभाजन हो या देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बलिदान देना हो, सिख समुदाय इस मामले में हमेशा से नंबर वन रहा है. उन्होंने कहा कि अमित शाह सिख पंथ की महान परंपरा को हाथ जोडकर सिर झुका कर प्रणाम करता हूं.
'इस देश पर उपकार है'
अमित शाह ने कहा कि इस देश पर 9वें गुरु, गुरु तेगबहादुर जी का जो उपकार है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. कश्मीर में लोगों पर हुए अत्याचार के लिए औरंगजेब के खिलाफ अपना सर्वोच्च बलिदान देना उनकी महानता को दर्शाता है. मोदी जी ने गुरु तेग बहादुर जी के स्मरण में उत्सव मनाने का निर्णय लिया था, तब सरकार ने यह तय किया था कि जिस स्थान से गुरु तेग बहादुर जी की शहीदगी की घोषणा हुई थी, लाल किले के उसी दीवार पर उनका गुणगान होगा.
'सच्चा सिख पीछे नहीं देखता'
उन्होंने कहा कि सालों पहले जब सभी मजहब अपने-अपने पंथ को लेकर युद्ध लड़ रहे थे, उस दौरान नानक देव साहब से लेकर दशम पिता तक जो उपदेश दिए गये, उन उपदेशों पर आज पूरी दुनिया चल रही है. सिख समुदाय धर्म व कर्म दोनों को समान रूप से लेकर आगे चलता है. धर्म के लिए जान देने की बारी आती है, तो एक सच्चा सिख कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता. देश की आजादी से लेकर आज देश की सुरक्षा तक सिख भाइयों का बलिदान सबसे अधिक है.
उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति को सशक्त करने की परंपरा सिख पंथ में माता खिवी के लंगर की सीख से वर्षों पहले शुरू हुई. मुगलों के शासन के खिलाफ लड़ाई से लेकर अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन और स्वाधीनता के संग्राम और अब देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने में सिख पंथ हमेशा अग्रणी है.
1984 दंगे कोई भूल नहीं सकता
अमित शाह ने यह भी कहा कि 1984 के दंगे कोई सामान्य व्यक्ति भूल नहीं सकता है. इन दंगों में जब तक मोदी सरकार नहीं बनी थी, तब तक किसी को सजा नहीं हुई थी. कई जांच आयोग बने लेकिन परिणाम नहीं मिला, लेकिन मोदी जी ने SIT बनाई, 300 मामलों को दोबारा खोला और जो दोषी थे उन्हें जेल भेजने की शुरुआत हुई. साथ ही इतने सालों के बाद 1984 के दंगों के मामलों में 3328 पीड़ितों के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का काम मोदी सरकार द्वारा किया गया.
सरकार द्वारा उठाए गए कामों का जिक्र
सिख समुदाय के कल्याण और भलाई के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कामों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने यह दावा किया है कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख बहनों और भाइयों के कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक काम किए हैं. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के जरिए पड़ोसी देशों के प्रताड़ित सिख बहनों-भाइयों को नागरिकता देने का रास्ता भी प्रधानमंत्री मोदी ने ही खोला है. पीएम मोदी भाग्यवान हैं कि गुरुओं के आशीर्वाद से उन्हें साहिबान की सेवा करने का मौका मिला है.