Jayaprakash Narayan Birth Anniversary: बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद बीजेपी को आगामी चुनाव में कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. यही वजह है कि अमित शाह ने कमान खुद अपने हाथ में ले रखी है.
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Bihar News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज एक दिन के बिहार दौरे पर पहुंचे. उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. उन्होंने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उनकी जन्मभूमि सिताबदियारा में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. नीतीश कुमार के साथ गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह का ये दूसरा बिहार दौरा है. अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण भी किया. अमित शाह ने इस दौरान नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमने जनकल्याण के काम किए लेकिन सत्ता पाने के लिए पाला बदलने वाले मुख्यमंत्री बन गए हैं. जो जेपी का नाम लेते थे, वो कांग्रेस के साथ हैं.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, जयप्रकाश नारायण का सबसे बड़ा योगदान यह था कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ और सत्ता में नशे में धुत एक सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया, जिसने 70 के दशक में आपातकाल लगाया था. शाह ने कहा, 1973 में गुजरात में कांग्रेस की सरकार थी, जिसमें चिमन पटेल मुख्यमंत्री थे. इंदिरा जी ने सार्वजनिक रूप से सरकारों को पैसा इकट्ठा करने का काम दिया था जिसके बाद भ्रष्टाचार शुरू हुआ. गुजरात में छात्रों ने विरोध किया और इस आंदोलन का नेतृत्व जयप्रकाश नारायण ने किया. इसने गुजरात में सरकार बदल दी.
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah arrives in Chhapra, Saran in Bihar.
The Home Minister will visit Jayaprakash Narayan’s ancestral village Sitab Diara in Saran district on JP Narayan’s birth anniversary today. pic.twitter.com/XzkTjyhgJN
— ANI (@ANI) October 11, 2022
इसके बाद उन्होंने बिहार में एक आंदोलन शुरू किया. इस आंदोलन को देखकर बिहार के गांधी मैदान में रैली करने वाली इंदिरा गांधी परेशान हो गईं. इंदिरा गांधी को देश में आपातकाल लगाने और जयप्रकाश नारायण को जेल में डालने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, जयप्रकाश नारायण का जीवन खास तरह का रहा. आजादी के लिए क्रांति और गांधी के बताए रास्ते पर लड़े. आजादी के बाद जब सत्ता लेने का समय आया तब एक सन्यासी की भांति विनोबा भावे के साथ सर्वोदय के गतिविधि में जुड़ गए.
गौरतलब है कि महज 20 दिनों के अंदर अमित शाह का ये बिहार का दूसरा दौरा है. इससे पहले पिछले महीने 23 और 24 सितंबर को अमित शाह सीमांचल के दौरे पर गए थे. अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री के दौरे के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
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