Anantnag Encounter: 65 घंटे से चल रहा आतंकियों की कब्र खोदने का काउंटडाउन, पाकिस्तान को 'सर्जिकल स्ट्राइक' का खौफ
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Anantnag Encounter: 65 घंटे से चल रहा आतंकियों की कब्र खोदने का काउंटडाउन, पाकिस्तान को 'सर्जिकल स्ट्राइक' का खौफ

Surgical Strike Pakistan:  13 सितंबर को अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, राइफलमैन रवि कुमार के अलावा जम्मू-कश्मीर के डीएसपी हुमायूं भट्ट शहीद हो गए थे. आतंकियों के खात्मे के लिए 65 घंटे से ऑपरेशन चल रहा है.

Anantnag Encounter: 65 घंटे से चल रहा आतंकियों की कब्र खोदने का काउंटडाउन, पाकिस्तान को 'सर्जिकल स्ट्राइक' का खौफ

Jammu-Kashmir Terrorism: अनंतनाग एनकाउंटर के बाद आतंकवादियों के खात्मे के लिए पिछले 65 घंटे से सेना का अभियान चल रहा है. सेना का ये अभियान तब तक चलेगा, जब तक आतंकी अपने अंजाम तक नहीं पहुंच जाते. आसमान में उड़ते ड्रोन भी आतंकियों को ढूंढ रहेहैं और उन पर अटैक करने में मदद कर रहे हैं. दिन हो या रात सुरक्षाबलों ने प्रण लिया है कि चाहे घुस कर मारना हो या आसमानी आंख की मदद से इन आतंकियों की कब्र खोदनी हो, ऑपरेशन ऑलआउट रुकेगा नहीं. कोई जवान सोएगा नहीं, कोई जवान आतंकियों को छोड़ेगा नहीं.

इन डरपोक आतंकियों ने छल से 13 सितंबर को देश के वीर सपूतों पर हमला बोला था. हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. जवान आतंकियों का बिल लगातार खोद रहे हैं. और ये आतंक पर फाइनल एसॉल्ट है.

आतंकियों ने किया स्ट्रैटजी में बदलाव

अब आपको बताते हैं कि सुरक्षाबलों को इतना बड़ा नुकसान क्यों हुआ है. दरअसल जानकारों की माने तो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने आतंकी गतिविधियों के तरीके में बदलाव किया है. वो जंगल के इलाकों में छिपकर गुरिल्ला वॉरफेयर की तरह हमले करते हैं और फिर बिल में छुप जाते हैं.

जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी एस पी वैद्य ने कहा, 2017 से चल रहे ऑल आउट ऑपरेशन में हजारों आतंकी मारे गए इसलिए अब आतंकी और पाकिस्तान खुफिया एजेंसी अलग अलग तरह की तरीके अपना कर आतंकी वारदातों को अंजाम दें रहे हैं.

पाकिस्तान दे रहा सफाई

पाकिस्तान शायद ये भी सोचता है कि घाटी में वो दहशत को फिर कायम कर सकता है. लेकिन पाकिस्तान अच्छे से समझ ले कि उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. इस वक्त पाकिस्तान की हवाइयां उड़ रही हैं. उसे पता है कि उसकी टेरर की फैक्ट्री में तैयार हुए आतंकियों को 72 हुरों के पास भेजा जाएगा. इसलिए उसने अभी से ही सफाई देनी शुरू कर दी है कि ये उसकी हरकत नहीं है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, भारत ने जो दावा किया है हम उसकी सत्यता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करने का प्रयास कर रहे हैं. हमने पहले कहा है, भारत को अपनी घरेलू राजनीति में पाकिस्तान को घसीटने की आदत है और अगर भारत दोबारा ऐसा करे तो हमें आश्चर्य नहीं होगा.

क्यों ऑपरेशन में लग रहा इतना वक्त?

गौरतलब है कि घने जंगल में जिस इलाके में आतंकियों को खोजा जा रहा है. ये इलाका बेहद चुनौतीभरा है. एसपी वैद्य के मुताबिक, इस ऑपरेशन में सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस को मुश्किल इसलिए आ रही है क्योंकि यह एक घने जंगल का इलाका है और ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों की कोई और कैजुअल्टी ना हो इसको देखते हुए ऑपरेशन किया जा रहा है.

बता दें कि ये इलाका पीर पंजाल पहाड़ी नाम से मशहूर है. यहां के पहाड़ आम नहीं हैं. ये आतंकियों की पनाहगाह माना जाता है. पीर पंजाल के पहाड़ 13000 फ़ीट ऊंचे हैं. इस इलाके में खूब पानी बरसता है. ये दो तरीके से आता है, पहला सर्दियों की बर्फ़बारी से और दूसरा गर्मियों की बारिश से. यहां ये आतंकी आसानी से छिप जाते हैं.

2017 से ऑपरेशन ऑल आउट जारी है. साफ है सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर पाकिस्तान को दुनिया में कटोरा देकर रहम की भीख मांगने पर मजबूर करना पड़े. पाकिस्तान के आतंकियों पर काल मंडरा रहा है क्योंकि भारतीय सुरक्षा बल हिसाब तो चुकाएंगे वो भी सूद के साथ.

मोदी सरकार बोली- देंगे करारा जवाब

अनंतनाग एनकाउंटर का बदला तब तक पूरा नहीं होगा जब तक आतंकियों का आखिरी हिसाब नहीं होगा. मोदी सरकार की तरफ से करारा जवाब देने की बात आई तो पाकिस्तान में डर बढ़ गया है. इस्लामाबाद को एक बार फिर बालाकोट वाला डर क्यों सता रहा है. और भारतीय सेना के टारगेट पर कितने आतंकी हैं, पाकिस्तानियों के खौफ से समझिए.

दिल्ली से बयान आते ही इस्लामाबाद में खलबली मच गई है. अनंतनाग हमले के बाद से पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक का खौफ है  और मोदी सरकार का नया बयान सुनकर पाकिस्तानी सरकार और सेना दोनों की हालत खराब है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, यह बहुत दुखद घटना है, इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. पिछले 9 सालों में रिकॉर्ड तोड़ आतंकवादियों को मारा गया है. इस आतंकी हमले का भी करारा जवाब दिया जाएगा. 

आतंकियों की खुदेगी कब्र

मोदी सरकार के मिनिस्टर के इस बयान का मतलब समझिए. अनंतनाग का बदला पाकिस्तान से जरूर लिया जाएगा. पाकिस्तान पर अटैक तय है बस वक्त और लोकेशन की जानकारी मिलनी बाकी है. इस बयान के बाद पाकिस्तान में भारत को लेकर जो भी कंफ्यूजन था वो क्लियर हो गया है. अनंतनाग हमले की जवाबी कार्रवाई यानी पाकिस्तान और PoK में मौजूद टेरर ट्रेनिंग कैंप या अड्डों में किसी भी वक्त धमाका होने वाला है.

पाकिस्तानी पत्रकार आरज़ू काज़मी ने कहा, मैंने अपने कुछ भारतीय दोस्तों से भी पता किया है. उन्होंने भी यही कहा कि अभी फिलहाल प्राइम मिनिस्टर मोदी और डिफेंस मिनिस्टर की तरफ से किसी किस्म का स्टेटमेंट नहीं आया. यकीनन वो कुछ सोच रहे होंगे, कुछ प्लान कर रहे होंगे कि किस तरह से इस सिचुएशन को हैंडल किया जाए. कश्मीर में टेरर अटैक के बाद से पाकिस्तानियों को यकीन है कि भारतीय सेना किसी भी वक्त जवाबी हमला कर सकती है. ये कोई पहला मौका नहीं है.

  •  इससे पहले साल 2019 में पुलवामा टेरर अटैक के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के टेरर कैंप पर हवाई हमला किया गया था.

  • भारतीय वायुसेना के 12 मिराज फाइटर जेट्स ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप पर एक-एक टन के 5 बम गिराए थे.

  • इसके बाद 2016 में पाकिस्तानी आतंकियों ने कश्मीर के उरी में आर्मी कैंप पर अटैक किया

  • जवाब देते हुए भारतीय स्पेशल फोर्स ने पीओके में दाखिल होकर 7 टेरर कैंप्स को तबाह किया था

अब अनंतनाग में आतंकियों ने फिर पीठ पर हमला करने की कोशिश की, जिसका जवाब आतंक के आका को छाती पर दिया जाएगा. भारतीय चाह रहे हैं कि पाकिस्तान ने जो करवाया जम्मू-कश्मीर में, अभी हाल में ही इंडिया में जी-20 की मीटिंग भी हुई है. बहुत ज्यादा टूरिज्म जम्मू-कश्मीर में हो रहा है, वो कह रहे हैं कि पाकिस्तान को जवाब दिया जाए, सर्जिकल स्ट्राइक करके. इस वक्त भारतीय सेना के निशाने पर पाकिस्तानी आतंकी हैं. टारगेट तय हैं. किसी भी वक्त हमले का ऐलान हो सकता है. और सीमा पार बैठी पाकिस्तानी सेना अपने पिटने का इंतजार कर रही है.

 

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