Bijamandal Dispute: हिंदुओं के एक समूह ने हाल ही में जिलाधिकारी वैद्य को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे नागपंचमी त्योहार के अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए विदिशा शहर में 11वीं शताब्दी के बीजामंडल स्थल को खोलने का अनुरोध किया था.
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Vidisha News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष एवं हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मध्य प्रदेश में विदिशा के डीएम रहे बुद्धेश कुमार वैद्य की तारीफ करते हुए कहा कि बीजामंडल विवाद में जिलाधिकारी ने कानून का पालन किया और आरएसएस के दबाव में नहीं आए. इस कारण उनका ट्रांसफर कर दिया गया.
दरअसल हिंदुओं के एक समूह ने हाल ही में जिलाधिकारी वैद्य को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे नागपंचमी त्योहार के अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए विदिशा शहर में 11वीं शताब्दी के बीजामंडल स्थल को खोलने का अनुरोध किया. जिलाधिकारी ने अर्जी एएसआई को भेज दी, जिसने 2 अगस्त को 1951 के एक राजपत्र अधिसूचना का हवाला देते हुए कहा कि बीजामंडल एक मंदिर नहीं, बल्कि एक मस्जिद था. लिहाजा डीएम ने अनुमति देने से इनकार कर दिया.
In Madhya Pradesh, Sangh outfits demanded that they should be allowed to pray in a mosque. The District Collector noted that the structure was a mosque in ASI gazette & refused permission. The collector was transferred because he followed the law. This is the danger of the Wakf… pic.twitter.com/VTjRATddlI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 13, 2024
इसी बात पर ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश में संघ संगठनों ने मांग की कि उन्हें मस्जिद में उपासना करने की अनुमति दी जानी चाहिए. जिलाधिकारी ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) गजट में संरचना को मस्जिद बताया गया है और अनुमति देने से इनकार कर दिया. इसलिए जिलाधिकारी का तबादला किया गया क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया.
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गौरतलब है कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने शनिवार को कई आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया, जिसमें विदिशा के जिलाधिकारी बुद्धेश कुमार वैद्य भी शामिल हैं जिनकी जगह रोशन कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है.