Asaduddin Owaisi News: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद असदुद्दीन ओवैसी को यूपी में अपने पांव पसारने का मौका दिख रहा है. वे माफिया की मौत को मुसलमानों से जोड़कर उसे भुनाने में लगे हैं.
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Asaduddin Owaisi Hindi News: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हॉर्ट अटैक से मौत के बाद यूपी में राजनीति तेज हो गई है. AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार के परिवार से मुलाकात कर अपनी हमदर्दी जताई थी. इस मुलाकात के बाद अब उन्होंने आरोप लगाया कि इस मीटिंग के बाद अब उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. नाम लिए बिना योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं मुर्गी का बच्चा नहीं हूं, जो इतनी आसानी से चला जाऊंगा.
मैं मुर्गी का बच्चा नहीं- असदुद्दीन ओवैसी
ओवैसी ने कहा, 'तुम जहर देकर मारे वो शहीद हो गए, तुम दो फीट से गोली मारे वो शहीद हो गए..तुम्हारे नसले फनाह हो जाएगी, हम फनाह नहीं होंगे. मैं इन शैतानी ताक़तों से कह रहा हूं, जो कह रहे हैं कि मार देंगे. एक बात याद रखो कि मैं कोई मुर्ग़ी का बच्चा नहीं हूं. मैं इतनी आसानी से जाने वाला नहीं हूं. मैं पीठ नहीं दिखाऊंगा, तुम क्या, तुम्हारा बाप भी आएगा तो मैं मुक़ाबला करूंगा.'
'मेरा वक्त नहीं तो मरूंगा नहीं'
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, 'कुरान में बोलते हैं शहीद. तुम जब मरोगे, तुम मुर्दा होगे. तुम्हारी नस्ंले फनाह हो जाएंगी, हम फनाह नहीं होंगे. मैं यूपी गया, मुख्तार अंसारी के घर पर गया, उसके बाद से कह रहे हैं कि मार देंगे. मैं उन लोगों से कह रहा हूं, जो धमकी दे रहे हैं. ये दीन मुझे मिला तो करबला से मिला. तू मारना चाहे तो मार ले, मेरा वक्त नहीं है तो मैं नहीं मरूंगा.'
'जब तुम मरोगे तो मुर्दा होगे'
'मैं इन शैतानी ताकतों से कह रहा हूं, जो कह रहे हैं कि मार देंगे. मैं मुर्गी का बच्चा नहीं हूं, बाद के हालात तुम जानो फिर. मैं इतनी आसानी से जाने वाला नहीं हूं, पीठ नहीं दिखाऊंगा. तुम फनाह हो जाओगे हम फनाह नहीं होंगे. मौत से डरना नहीं है. डरना उससे है कि मौत के बाद क्या होगा. मारना है मारो. तुम जहर देकर मारे वो शहीद हो गए, तुम दो फीट से गोली मारे वो शहीद हो गए. कुरान में बोलते हैं शहीद. तुम जब मरोगे तुम मुर्दा होगे.'
ऐसे भड़काऊ बयान क्यों दे रहे ओवैसी?
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक ओवैसी यह भड़काऊ बयान यूं नहीं दे रहे हैं. इसके पीछे उनकी सोची समझी रणनीति है. उनके निशाने पर लोकसभा चुनाव है. प्रदेश में लोकसभा की 80 में से करीब 12 सीटें हैं, जिन पर मुस्लिम वोटर्स ठीक-ठाक आबादी में है. ऐसे में उनकी कोशिश है कि इनमें से कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारकर अगर ठीक ठाक वोटर बटोर लिए जाएं तो यूपी में पार्टी का बेस बनाया जा सकेगा. इसीलिए वे मुख्तार की मौत को भुनाने की कोशिश में हैं.