चुनाव आयोग (EC) ने कहा, ‘मतदान के दौरान मशीनों (EVM) में गड़बड़ी की दर पिछले सालों के मुकाबले कम रही.’ ई-विजिल ऐप के जरिए पश्चिम बंगाल (West Bengal) से आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के कुल 167 मामले आए जिनमें से शाम साढ़े चार बजे तक 111 का निपटारा हो गया था.
Trending Photos
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) और असम (Assam) में शनिवार को पहले चरण की वोटिंग हुई. इस दौरान दोनों प्रदेशों के मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. चुनाव आयोग (EC) के अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बंगाल में शाम पांच बजे तक करीब 79.79 फीसदी और असम में 72.14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. पश्चिम बंगाल में 30 सीटों पर जबकि असम में 47 सीटों पर मतदान हुआ जिसके लिए कुल 21,825 पोलिंग बूथ बनाए गए थे.
चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में 10,288 ईवीएम (बैटल यूनिट और कंट्रोल यूनिट) और इतनी ही संख्या में वीवीपैट मशीनों का उपयोग हुआ. वहीं असम में 11,537 ईवीएम (EVM) और 37 वीवीपैट (VVPAT) मशीनों का इस्तेमाल हुआ. एक ईवीएम में वीवीपैट पर एक कंट्रोल यूनिट और कम से कम एक बैटल यूनिट लगता है.
विस्तृत जानकारी दिए बगैर चुनाव आयोग ने कहा, ‘मतदान के दौरान मशीनों में गड़बड़ी की दर पिछले सालों के मुकाबले कम रही.’ ई-विजिल ऐप के जरिए पश्चिम बंगाल से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के कुल 167 मामले आए जिनमें से शाम साढ़े चार बजे तक 111 का निपटारा कर दिया गया था. ऐसे ही असम से 582 मामले आए जिनमें से 423 का निपटारा शाम साढ़े चार बजे तक हो गया.
चुनावी अधिसूचना जारी होने से लेकर शनिवार को पहले चरण का मतदान समाप्त होने तक इन राज्यों से रिकॉर्ड 281.28 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है. जब्ती में कैश, शराब, मादक पदार्थ और गिफ्ट भी शामिल हैं. यह 2016 में हुई 60.91 करोड़ रुपये की जब्ती से चार गुना ज्यादा है. असम में 97.31 करोड़ रुपये की जब्ती हुई वहीं 2016 के चुनाव में राज्य में 16.58 करोड़ रुपये जब्त हुए थे. जबकि पश्चिम बंगाल में कुल 183.97 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है जबकि 2016 विधानसभा चुनाव में 44.33 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी.
चुनाव आयोग ने कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. पश्चिम बंगाल में पहले चरण में करीब 74 लाख मतदाता पंजीकृत थे जिनके लिए 10,288 पोलिंग बूथ बनाए गए थे. वहीं असम में 47 सीटों पर हुए मतदान के लिए 81 लाख मतदाता पंजीकृत थे और उनके लिए 11,537 पोलिंग बूथ बनाए गए थे. गौरतलब है कि कोविड-19 (Covid-19) प्रोटोकॉल के तहत 2 गज की दूरी का ध्यान रखने के कारण पोलिंग बूथों की संख्या में इस बार काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली.
LIVE TV