Atique Ahmed office: माफिया अतीक अहमद के प्रयागराज स्थित ऑफिस में मिले खून के धब्बों को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है और उस शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसका ये खून बताया जा रहा है.
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Atique Ahmed office Blood stains: प्रयागराज में अतीक अहमद (Atique Ahmed) के दफ्तर में खून के धब्बे मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है और पता लगाया है कि वो खून किसी जानवर का नहीं, बल्कि इंसान का ही था. इसके साथ ही पुलिस ने इस बात का भी पता लगा लिया है कि ये खून किसका था. इस मामले में पुलिस ने शाहरुख नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है और जांच में पता चला है कि ये खून उसी का है.
अतीक के ऑफिस में क्या करने गया था शाहरुख
डीसीपी दीपक भूकर के मुताबिक, प्रयागराज के चकिया स्थित अतीक अहमद (Atique Ahmed) के ऑफिस में शाहरुख नाम का शख्स अपने एक साथी के साथ लोहा चोरी करने के इरादे से घुसा था, लेकिन उसको चोट लग गई और खून निकलने लगा. शाहरुख ऑफिस के अंदर गया था, जबकि उसका दूसरा साथी दफ्तर के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था.
दीपक भूकर ने बताया कि खून निकलने पर वह ऊपर की तरफ भागा और जो कपड़े मिले उससे अपने खून पोंछ लिए और पास में दुकान से जाकर खून साफ करने के लिए पानी की बोतल भी खरीदी, लेकिन उसके पास पैसा नहीं था. पुलिस के मुताबिक, शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके बयानों को स्टैबलिश कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि शाहरुख नशेड़ी है और इसके दूसरे साथी की तलाश की जा रही है.
अतीक के ऑफिस से मिले थे खून से सने कपड़े
बता दें कि प्रयागराज के चकिया स्थित अतीक अहमद (Atique Ahmed) के ऑफिस में खून के धब्बे मिले थे. इसके बाद जांच में खून से सने कपड़े मिले थे. शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया था कि ये धब्बे किसी इंसान के ही हैं और एक-दो दिन पुराने हैं. इसके बाद पुलिस ने शक जताया था कि यहां किसी की हत्या की गई होगी. हालांकि, अब पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है, लेकिन अभी भी गिफ्तार शाहरूख से पूछताछ की जा रही है.
2017 में अतीक के ऑफिस पर चला था बुलडोजर
माफिया से नेता बने अतीक अहमद (Atique Ahmed) के ऑफिस पर प्रशासन ने साल 2017 में बुलडोजर चलवा दिया था, जहां से वह अपना गैंग चलाता था. इसके बाद से ही यह ऑफिस खंडहर बना बड़ा है.
15 अप्रैल को प्रयागराज में हुई थी अतीक की हत्या
बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अतीक और अशरफ पर हमलावरों ने उस समय गोली चलाई, जब पुलिस दोनों का मेडिकल टेस्ट कराने के लिए कॉल्विन हॉस्पिटल पहुंची थी. हॉस्पिटल के पास गाड़ी से उतरकर अतीक और अशरफ जब पत्रकारों से बात कर रहे थे, तभी मीडिया के भेष में आए तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया.