पुलवामा हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी. इस हमले की साजिश में शामिल जैश के आतंकियों ने अफगानिस्तान में अलकायदा और तालिबान से ट्रेनिंग ली थी.
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नई दिल्ली: पुलवामा हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी. इस हमले की साजिश में शामिल जैश के आतंकियों ने अफगानिस्तान में अलकायदा और तालिबान से ट्रेनिंग ली थी. मुख्य आरोपी मुहम्मद उमर साल 2016-17 में अफगानिस्तान से ट्रेनिंग लेकर अप्रैल 2018 में सांबा बार्डर से भारत में दाखिल हुआ था.
पुलवामा हमले से पहले की गई थी हाईवे की रेकी
पुलवामा हमले पर कोर्ट में दाखिल की गई NIA की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे किए गए हैं. चार्जशीट के मुताबिक उमर ने पाकिस्तानी आतंकी कामरान उर्फ सैफुल्लाह, काजी यासिर, लोकल आतंकी समीर डार और आदिल अहमद डार के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रची थी. आतंकी शाकिर बशीर जान, पीर तारिक अहमद शाह और बिलाल अहमद ने हमले में शामिल आतंकियों को अपने घरों में पनाह दी. शाकिर बशीर ने हमले के लिए जम्मू-श्रीनगर हाईवे की रेकी की और हमले में इस्तेमाल होने वाले आरडीएक्स को अपने घर में छुपाया.
हमले से पहले आतंकियों ने अलग- अलग जगहों से जुटाया विस्फोटक
मुदसिर अहमद खान ने जिलेटिन स्टिक का इंतजाम किया. वहीं साजिद अहमद भट ने धमाके के लिए मारुति इको कार और वजीर उल इस्लाम ने अमेजन अकाउंट से 4 किलो एल्युमिनियम पाउडर की खरीद की. हमले के बाद आदिल डार के जिस वीडियो को सोशल मीडिया पर जारी किया गया था. उसे मुहम्मद उमर फारुख, समीर दास औऱ आदिल डार ने मिलकर बनाया था. आतंकियों ने इससे पहले 6 फरवरी 2019 को भी हमले की प्लानिंग की थी. लेकिन हिमपात की वजह से नेशनल हाईवे पर गाड़ियों का मूवमेंट बंद था. जिसकी वजह से ये हमला नहीं हो पाया था.
पाकिस्तान में बैठे जैश आतंकी दे रहे थे आतंकियों को निर्देश
चार्जशीट के अनुसार हमले वाले दिन यानी 14 फरवरी 2019 को शाकिर बशीर विस्फोटक से भरी इको कार को नेशनल हाईवे तक लाया था और उसके बाद आदिल अहमद डार ने 200 किलो विस्फोटक से भरी उस कार को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दिया. NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में बैठे जैश के कमांडर मसूद अजहर, अब्दुल रऊफ और अम्मार अली पुलवामा हमले में शामिल आतंकियों को लगातार निर्देश दे रहे थे.
पुलवामा हमले की तरह दूसरा अटैक करने की साजिश रच रहे थे आतंकी
मसूद अजहर और अब्दुल रुउफ पुलवामा की तरह एक और हमले की साजिश को अंजाम देने में लगे थे. लेकिन बालाकोट स्ट्राईक और सुरक्षा बलों के हाथों मुख्य साजिशकर्ता मुहम्मद उमर फारुक के मारे जाने के बाद पाकिस्तान दूसरा आतंकी हमला करने में कामयाब नहीं हो पाया. जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि आतंकियों ने किस तरह से सांबा- कठुआ सेक्टर में घुसने के लिए तैयारी कर रखी है.
क्या था पुलवामा हमला
14 फरवरी 2019 को छुट्टी से वापस लौटे जवानों को लेकर सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से कश्मीर घाटी लौट रहा था. पुलवामा में पहुंचने पर तेज रफ्तार से हाईवे पर आई मारुति इको कार ने जवानों से भरी बस में टक्कर मार दी. टक्कर लगते ही कार और बस समेत आसपास के वाहन तेज विस्फोट के साथ चिथड़े- चिथड़े हो गए. घटना के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में बने आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक कर इसका बदला लिया था.