पूरी दुनिया ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर बधाई भेजी लेकिन कांग्रेस ने भाषा की मर्यादा तोड़ते हुए पीएम के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
Trending Photos
नई दिल्ली: मर्यादा का पालन खुद श्रीराम ने जीवनभर किया, लेकिन भगवान श्रीराम के देश में आज सार्वजनिक जीवन में भी लोग खुलकर अपनी मर्यादाओं की लक्ष्मण रेखा पार कर रहे हैं. राजनीति में मर्यादा तोड़ना तो फैशन ही बन गया है.
आज पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का जन्मदिवस है. पूरा देश आज उन्हें बधाइयां दे रहा है. न सिर्फ पूरा देश बल्कि दुनिया का शायद ही कोई नेता हो जिसने पीएम मोदी को शुभकामनाएं न भेजी हों. रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन हों या ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन, फिनलैंड के पीएम से नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली तक, पूरी दुनिया मोदी-मोदी कर रही है. पूरी दुनिया ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर बधाई भेजी लेकिन कांग्रेस ने भाषा की मर्यादा तोड़ते हुए पीएम के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
कांग्रेस ने लांघी भाषा की रेखा
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सारी हदें पार करते हुए सरकार चलाने को लेकर पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है. रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी की तुलना बंदर से की. सुरजेवाला ने कहा, 'अबकी बार-बंदर के हाथ में उस्तरा सरकार.'
सुरजेवाला ने कहा, 'किसान की आय दोगनी होने के बारे में- पता नहीं. किसान की आय कब तक दोगनी होगी- पता नहीं. कोरोना से कृषक आय पर क्या असर- पता नहीं. कितने प्रवासी मजदूर मरे- पता नहीं. ये हैं मोदी सरकार के संसद में जवाब. इसीलिए तो देश कैसे चलाते हैं- इन्हें पता नहीं. अबकी बार- बंदर के हाथ में उस्तरा सरकार.' ये पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस द्वारा पीएम मोदी का अपमान किया गया है. कांग्रेस नेता अर्जुन मोडवाडिया ने इससे पहले पीएम मोदी की तुलना बंदर से की थी.
अगर आपको भी लगता है कि समाज और राजनीति में भाषा की मर्यादा बरकरार रहनी चाहिए तो हमें अपनी राय बताएं. #BhashaKiRekha पर ट्वीट कर अपनी राय साझा करें.
बीजेपी ने दिया करारा जवाब
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रणदीप सुरजेवाला के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने बयान में कहा, 'कांग्रेस दिवालिया राजनीतिक दल है. जनता ने भी इसको दिवालिया पार्टी घोषित कर दिया. बुद्धि से भी नेतृत्व पूरी तरह दिवालिया हो गया है. कांग्रेस का सांस्कृतिक परंपराओं से कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस के पास नरेंद्र मोदी के खिलाफ और सरकार के खिलाफ कोई अवसर नहीं होता है, इसलिए वह राजनीति को हल्का करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पूछना चाहता हूं कि वह भी सरकार में लंबे वक्त तक रहे. उनकी पार्टी ने बेरोजगारों के लिए क्या किया. 6 साल में रोजगार के जितने अवसर मोदी जी की सरकार में सृजित हुए हैं, वह किसी भी सरकार में नहीं हुए. सुरजेवाला का खुद का आधार तो हरियाणा में है नहीं, इसलिए वह इस तरह के हल्के बयान दे रहे हैं. मैं उनके बयान की निंदा करता हूं.'