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नई दिल्ली: पुलिस बल को कथित तौर पर बगैर वारंट की गिरफ्तारी की शक्ति देने वाले विधेयक के विरोध में बिहार (Bihar) में सियासी टकराव जारी है. मंगलवार को सदन में ऐसी स्थित देखने को मिली कि हर कोई हैरान रह गया. स्पीकर के कमरे का घेराव करने वाले विपक्ष के विधायकों को हटाने के लिए सदन में पुलिस बुलानी पड़ गई. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बिहार के हालातों पर ट्वीट कर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा है.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट किया है, 'बिहार विधान सभा (Bihar Assembly) की शर्मनाक घटना से साफ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह RSS/BJP मय हो चुके हैं. लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज उठाता रहेगा- हम नहीं डरते!'
#बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह RSS/BJP-मय हो चुके हैं।
लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है।
विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 24, 2021
बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और वाम दल के महागठबंधन के सदस्य बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 के विरोध में हैं. उन्होंने इसे लेकर विधान सभा में जमकर हंगामा किया, जिसके चलते मंगलवार को सदन की कार्यवाही दिन में पांच बार स्थगित करनी पड़ी. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इस ‘काला कानून’ और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर किये गये मार्च का नेतृत्व किया. बिना इजाजत के जुलूस निकालने और डाक बंगला चौराहे पर पथराव करने में संलिप्त रहने को लेकर पुलिस तेजस्वी और आरजेडी के अन्य नेताओं को कोतवाली थाना ले गई. वहां से रिहा होने के बाद तेजस्वी वापस विधान सभा में आए, जब सदन की कार्यवाही दोपहर तीन बजे फिर से शुरू हुई थी. इससे पहले, सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की जा चुकी थी.
मंत्री बिजेंद्र यादव द्वारा चर्चा के लिए विधेयक पेश किये जाते ही विपक्षी सदस्य विधान सभा अध्यक्ष के आसन के करीब चले गये, जहां मार्शल पहुंच गये ताकि सत्ता पक्ष के सदस्यों के साथ उनकी हाथापाई होने से रोकी जा सके. इसपर, विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही शाम साढे चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी और अपने कक्ष के अंदर चले गये, जबकि महागठबंधन के सदस्यों ने इसे चारों ओर से घेर लिया और नारेबाजी करने लगे. स्थिति से निपटने में मार्शल को समस्या होने के बारे में पता चलने पर पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) उपेंद्र शर्मा विधान सभा परिसर पहुंचे. इस बीच, BJP के वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार ने सदन के पीठासीन अधिकारी के तौर पर कार्यवाही बहाल की, लेकिन पूरे सदन में शोरगुल होता रहा.
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मंत्री के तौर पर विधान सभा में मौजूद एमएलसी अशोक चौधरी उस वक्त गुस्से में नजर आए, जब विपक्षी सदस्यों ने प्रेम कुमार से कागज छीनने की कोशिश की. दरअसल, चौधरी ने JDU के साथी विधायकों से अपने पास आने का अनुरोध किया, जब वह अध्यक्ष के आसन के करीब चले गये थे. RJD के एक विधायक इस दौरान चौधरी के साथ धक्कामुक्की होने पर फर्श पर गिर पड़े. इससे विपक्षी सदस्य गुस्से में आ गये और उन्होंने मेज पर कुर्सी पटक कर तोड़ दी. इसके चलते, पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही शाम साढ़े पांच बजे के तक के लिए स्थगित कर दी. दिन में, तेजस्वी के नेतृत्व में RJD कार्यकर्ताओं ने विधान सभा परिसर तक मार्च करने की कोशिश की, जिस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई. सड़क से सदन तक हंगामा हुआ. विधायकों की पिटाई तक लगा दी गई. सुरक्षा बलों को विधायकों को उठाकर बाहर फेंकना पड़ा. इसी घटना पर राहुल ने प्रतिक्रिया दी है.
(INPUT: ANI, PTI)
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