ब्रिटिश जमाने में बने जिला परिषद भवन की हालात खंडहर, नव निर्माण में होंगे करोड़ों खर्च
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1333762

ब्रिटिश जमाने में बने जिला परिषद भवन की हालात खंडहर, नव निर्माण में होंगे करोड़ों खर्च

जिला परिषद चेयरमैन सुनील कुमार सिंह ने जिला परिषद भवन का निरीक्षण किया. जल्द ही ब्रिटिश जमाने के बने हुए इस भवन का करोड़ों रुपये की लागत से पुन: निर्माण कार्य होने की बात सामने आई है. इसके लिए टेंडर निकाला जाएगा.

 

ब्रिटिश जमाने में बने जिला परिषद भवन की हालात खंडहर, नव निर्माण में होंगे करोड़ों खर्च

बांका: बांका का जिला परिषद भवन काफी समय से जर्जर हालात में पड़ा हुआ है. इसके कारण भवन व उसके चारों तरफ की दीवार गिर चुकी है. इसके नव निर्माण के लिए जिला परिषद चेयरमैन सुनील कुमार सिंह अपने समर्थकों के साथ कटोरिया पहुंचे, जहां कटोरिया बाजार में थाने व रेफरल अस्पताल के बीच स्थित जिला परिषद भवन का निरीक्षण किया. जल्द ही ब्रिटिश जमाने के बने हुए इस भवन का करोड़ों रुपये की लागत से पुन: निर्माण कार्य होने की बात सामने आई है. इसके लिए टेंडर निकाला जाएगा.

पहले बिहार बोर्ड के नाम से जाना जाता था भवन

जानकारी के अनुसार पूरा मामला 3 एकड़ में बने जिला परिषद भवन का है. इसकी चार दिवारी टूट चुकी है और पूरा भवन भी क्षतिग्रस्त हो चुका है. कटोरिया बाजार से रेफरल अस्पताल व आदर्श मध्य विद्यालय के बीचों बीच स्थित है. जिला परिषद भवन जो पहले बिहार बोर्ड के नाम से जाना जाता था, लेकिन आज जिला परिषद को सुपुर्द होने से लोगों में उम्मीद जगी. जबकि पहले इसी भवन में सर्वे का काम भी हुआ करता था. यह भवन सभी दृष्टिकोण से चारों तरफ से सुरक्षित है साथ ही यह जगह परिषद भवन निर्माण के लिए सभी मापदंडों को पूरा करती है.

युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद

निर्माण को लेकर पूर्व जिला परिषद सदस्य इंदिरा गुप्ता द्वारा जिला परिषद बैठक में कई बार भवन निर्माण के लिए गुहार लगाई थी. जिसमें तत्कालीन डीडीसी महोदया अभिलाषा कुमारी ने पहल की थी. मैप पास करवाकर लाखों  रुपये भी खर्च की बात सामने आई थी, लेकिन डीडीसी महोदया का प्रमोशन मिलने के बाद यह भवन अधर में लटक गया था. जिसे जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने इस ओर पहल की है. इसके अन्तर्गत एक करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कराया जायेगा. इस दौरान कटोरिया के पूर्व प्रमुख सह जिला परिषद सदस्या पति प्रमोद कुमार मंडल मौजूद थे. उनका कहना है कि भवन का जीर्णोद्धार होने से चारों ओर सैकड़ों कमरे बनने से सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद जगी है.

यह भी पढ़ें : शिक्षा में बदलाव की बानगी साबित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्र, निपुण बन रहे बच्चे

 

Trending news