बिहार में दर्द से चिल्लाती रही महिला, डॉक्टर ने बिना बेहोश किए कर दी नसबंदी
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बिहार में दर्द से चिल्लाती रही महिला, डॉक्टर ने बिना बेहोश किए कर दी नसबंदी

Khagaria News: पूरे मामले को लेकर खगड़िया सिविल सर्जन अमरकांत झा का कहना है कि नसबंदी के समय मरीज को बेहोशी की सुई देनी चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया गया है तो पूरे मामले की जांच की जाएगी

बिहार में दर्द से चिल्लाती रही महिला, डॉक्टर ने बिना बेहोश किए कर दी नसबंदी

खगड़िया: बिहार के खगड़िया से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां नसबंदी कराने गई महिला का ऑपरेशन बिना बेहोश किए ही कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही जान हर कोई हैरान है. मामला अलौली प्राथमिक स्वास्थ्य का है.

दर्द से चिल्लाती रही मरीज
जानकारी के अनुसार, महिला ऑपरेशन के समय दर्द से कराहती और चिल्लाती रही लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों ने उसकी एक बात नहीं सुनी. वो महिला को जबरन ओटी में ले गए और ऑपरेशन कर दिया.

सिविल सर्जन ने की जांच की बात
इधर, पूरे मामले को लेकर खगड़िया सिविल सर्जन अमरकांत झा का कहना है कि नसबंदी के समय मरीज को बेहोशी की सुई देनी चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया गया है तो पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.

पहले भी आए कई मामले
बता दें कि तीन दिन पहले परबता पीएचसी में नसबंदी कराने गई महिला को बेहोशी की सुई देने के बाद जमीन पर ही सुला दिया गया था. बताया जा रहा है कि खगड़िया में इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं जहां पर मरीजों के साथ लापरवाही की जा रही है.

बिहार में चल रहा मिशन 60 दिन का अल्टीमेटम
गौर करने की बात ये ही कि सूबे में स्वास्थ्य विभाग को ठीक करने का जिम्मा राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के कंधों पर है. तेजस्वी यादव लगातार अस्पतालों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक करने का निर्देश दे रहे हैं. बावजदू इसके बिहार में हेल्थ सिस्टम पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.

(इनपुट-हितेश कुमार)

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