नालंदा के विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, नहाय खाय से शुरू हुई पर्व की शुरुआत
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नालंदा के विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, नहाय खाय से शुरू हुई पर्व की शुरुआत

छठ करने वाले सुरेश रजक ने बताया कि 36 घंटे निर्जला रहने वाले छठ व्रतियों को यह व्रत कठिन नहीं बल्कि आसान लगता है. व्रत करने वाला व्यक्ति यानी छठव्रती व्रत पूरा होने तक जमीन पर ही सोते हैं. इसका खाना रसोई के चूल्हे पर नहीं बल्कि लकड़ी के चूल्हे पर बनाया जाता है. 

नालंदा के विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, नहाय खाय से शुरू हुई पर्व की शुरुआत

पटना : नालंदा के विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. लोक आस्था का महापर्व छठ जिसमें पवित्रता और शुद्धता का विशेष ख्याल रखा जाता है. चार दिनों तक चलने वाले छठ व्रत की शुरूआत आज से नहाय खाय के साथ हो गई है. इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान करके नए कपड़े पहनकर पूजा करती हैं. छठव्रतियों को नए कपड़े की आवश्यकता होती है. पीले और लाल रंग के कपड़ों की विशेष महत्ता होती है.

कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण करती है छठव्रती
कद्दू विक्रेता पवन कुमार ने बताया कि स्नान के बाद ही छठव्रती चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण करती हैं. वहीं इसको लेकर बाजार में कद्दू के दामों में काफी उछाल देखा जा रहा है. जो कद्दू 10 रुपये से 20 रुपये प्रति किलो बिकता है वो आज सीधे 40 रुपये से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. व्रत रखने वाली महिलाओं के प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही परिवार के अन्य सदस्य भोजन करते हैं. इस दिन व्रत से पूर्व नहाने के बाद सात्विक भोजन ग्रहण करना ही नहाय-खाय कहलाता है. 

36 घंटे निर्जला व्रत रखती है छठव्रती
छठ करने वाले सुरेश रजक ने बताया कि 36 घंटे निर्जला रहने वाले छठ व्रतियों को यह व्रत कठिन नहीं बल्कि आसान लगता है. व्रत करने वाला व्यक्ति यानी छठव्रती व्रत पूरा होने तक जमीन पर ही सोते हैं. इसका खाना रसोई के चूल्हे पर नहीं बल्कि लकड़ी के चूल्हे पर बनाया जाता है. इस चूल्हे में केवल आम की लकड़ी का ही इस्तेमाल किया जाता है. इस दिन तमाम नियमों का पालन करते हुए भोजन बनाकर सबसे पहले सूर्य देव को भोग लगाया जाता है. उसके बाद छठ व्रती भोजन ग्रहण करते हैं और उसके बाद ही परिवार के दूसरे सदस्य भोजन कर सकते हैं.

गंगा में स्नान के साथ शुरू हुआ छठ पर्व
बेगूसराय में लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व आज नहाय खाई के साथ शुरू हो गई है. चार दिवसीय छठ महापर्व की पहले दिन लोगों ने सुप्रसिद्ध सिमरिया गंगा घाट समेत विभिन्न गंगा घाट में गंगा स्नान कर इसकी शुरुआती की है. नहाय-खाय के दिन महिला छठ व्रतियों ने गंगा स्नान कर गंगाजल लेकर अपने घर पहुंचते हैं और अरवा चावल, चना का दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर इसकी शुरुआत करते हैं. गंगा स्नान करने को लेकर सिमरिया गंगा घाट में काफी भीड़ देखी गई. हजारों की संख्या में महिला छठ व्रतियों ने गंगा स्नान किया. सिमरिया के अलावा जिले के झमटिया गंगा घाट, मटिहानी खोरमपुर, अयोध्या गंगा घाट समित कई धाटो में हजारों छठ व्रतियों ने गंगा स्नान कर पूजा अर्चना की. गंगा स्नान को लेकर घाटों पर सुरक्षा की ही व्यापक प्रबंध किए गए थे ताकि छठ व्रती महिलाओं को कोई परेशानी ना हो.

इनपुट- राकेश रंजन और राजीव कुमार

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