बिहार के सरकारी स्कूलों में Role Model बने DM कुंदन कुमार, जानिए क्यों
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बिहार के सरकारी स्कूलों में Role Model बने DM कुंदन कुमार, जानिए क्यों

Bagha Samachar: उन्नयन बिहार कार्यक्रम के तहत निश्चय ही अब वह दिन दूर नहीं होगा जब सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों के बच्चों जैसे स्मार्ट बन सकेंगें और पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया का सपना भी साकार होगा.

सरकारी स्कूलों में Role Model बने DM कुंदन कुमार.

Bagha: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में तैनात आईएएस अधिकारी कुंदन कुमार इन दिनों सुर्खियों में हैं. जानकारी के अनुसार, कोरोना और लॉकडाउन की अवधि से सोशल नेटवर्किंग (Social Networking) में फेसबुक लाइव (Facebook Live) समेत यूट्यूब (Youtube) के माध्यम से क्लास चलाकर बेहतर आउट कर्म्स  के लिए आपदा को अवसर में बदलते हुए 40 शिक्षकों ने जिले और जिले से बाहर के छात्रों को पढ़ाया. साथ हीं, अब ओलंपियाड (Olympiad) की तैयारी शुरू जा रही है. जिसमें बिहार में क्रेश कोर्स ने कृतिमान स्थापित किया है. 

दरअसल, बिहार में स्मार्ट क्लास (Smart Class) का ड्रीम प्रोजेक्ट जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने सबसे पहले बांका (Banka) जिला में शुरू किया था. जो बिहार का रोल मॉडल बन गया है और यहीं वजह है कि उच्च माध्यमिक विद्यालयों के बाद अब एक साथ 111 से अधिक प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में स्मार्ट क्लास  के जरिए छात्रों को डिजिटल शिक्षा ( Digital Education) का प्रयोग किया जा रहा है. इसके लिए खुद जिला के डीएम कुंदन कुमार (DM Kundan Kumar) एक शिक्षक की भूमिका में नजर आ रहे हैं.  

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जानकारी के अनुसार, पश्चिम चंपारण जिला (West Champaran) के रामनगर प्रखंड अंतर्गत सोनखर मध्य विद्यालय समेत कुल 154 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शनिवार को स्मार्ट क्लास का ऐतिहासिक शुभारंभ किया गया. जिसमें बिहार के सरकारी स्कूलों में रॉल मॉडल (Role Model) बने डीएम कुंदन कुमार (DM Kundan Kumar) ने तकनीकी और आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लास को उपयोगी बताते हुए छात्रों के बीच सामाजिक विषमता की दूरी को बांटने का संदेश दिया.  

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बता दें कि उन्नयन बिहार में राज्य सरकार की एक महत्वाकंक्षी योजना है जिसके माध्यम से हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लक्ष्य है, जिसमें सुदूरवर्ती पिछड़े इलाकों के बच्चों की स्कूलों में अधिक से अधिक संख्या जोड़ने और इनके असीम संभावनाओं को देखते हुए टेक्नोलोजी का उपयोग कर बड़ी आसानी से पठन-पाठन को सरल बनाते हुए आंनद शाला और बाला पेंटिंग को सशक्त माध्यम बनाया गया है. जिसका मकसद है एक भी बच्चा छूटे नहीं, इसको लेकर एजुकेशन ऑफ बॉटम इन बिहार पर बल देते हुए डीएम कुंदन कुमार स्कूलों में पाठशाला लगाकर तकनीकी शिक्षा के ज़रिए छात्रों के भार और बोझ कम करने की कवायद में जुटे हैं.

उन्नयन बिहार कार्यक्रम के तहत निश्चय ही अब वह दिन दूर नहीं होगा जब सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों के बच्चों जैसे स्मार्ट बन सकेंगें और पीएम मोदी (PM Modi) के डिजिटल इंडिया (Digital India) का सपना भी साकार होगा.
 
(इनपुट- इमरान अजीज)