तेजस्वी ने लिखा, '2024 में अगर हमारा गठबंधन बिहार की 40 में से 39 सीटें जीतता है तो जो भी प्रधानमंत्री होंगे, स्वयं पटना आकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा करेंगे.'
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Patna: विशेष दर्जे का राग जेडीयू ने भले ही छोड़ दिया हो लेकिन आरजेडी ने विशेष दर्जे को लेकर बड़ा दांव खेल दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि महागठबंधन (Mahagathbandhan) को अगर 40 में 39 सीटें आती हैं तो जो भी देश के प्रधानमंत्री होंगे वो बिहार आकर विशेष दर्जा देंगे. तेजस्वी के दावे पर बिहार की सियासत गर्म हो गयी है.
'39 सीटें मिलने पर लुट जाएगा बिहार'
बीजेपी ने तेजस्वी को पहले परिवार से बाहर दूसरों को हक देने की सलाह दी है. वहीं, जेडीयू ने चुटकी ली है कि जब 23 सीटें आरजेडी को थीं तो कई घोटाले हो गए जब 39 सीटें मिल जाएंगी तब तो बिहार लुट जाएगा विशेष दर्जा तो दूर की बात है.
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'हम जो कहते हैं वो करते हैं'
दरअसल, विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर जेडीयू भले ही पीछे हट गयी हो, लेकिन इस मुद्दे पर सियासत अभी खत्म नहीं हुई है. आरजेडी ने अब इस मुद्दे को आगे बढ़ाने की रणनीति तैयार की है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने विशेष दर्जे को लेकर बड़ी घोषणा कर दी है. अपने ट्विट में तेजस्वी ने लिखा, '2024 में अगर हमारा गठबंधन बिहार की 40 में से 39 सीटें जीतता है तो जो भी प्रधानमंत्री होंगे, स्वयं पटना आकर बिहार को विशेष राज्य (Bihar Special Status) का दर्जा देने की घोषणा करेंगे. क्योंकि हम नीति, सिद्धांत, सरोकार, विचार और वादे पर अडिग रहते है. हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी है. हम जो कहते है वो करते है.'
'अपमान के बाद भी कुर्सी से चिपके नीतीश'
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'पटना विश्वविद्यालय (Patna University) को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिला पाए वो मुख्यमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्या दिला पाएंगे? क्या यही 40 में से 39 सांसदों वाला डबल इंजन है? मैंने पहले ही कहा था नीतीश जी थक चुके है. अब तो उनकी पार्टी स्वयं मान रही है कि मुख्यमंत्री के साथ साथ पार्टी भी थक चुकी है. इन्हें बिहार की नहीं सिर्फ और सिर्फ कुर्सी की चिंता है. अगर कुर्सी की चिंता नहीं होती तो इतने विरोधाभासों और अपमान के बाद भी कुर्सी से नहीं चिपके रहते.'
डबल इंजन की सरकार का क्या फायदा?
वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, 'तेजस्वी यादव ने बिल्कुल सही कहा है. 39 सांसद लेकर ये लोग न तो विशेष दर्जा दिला सके, न पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिला सके, न जातिगत जनगणना करा सके, न विशेष पैकेज दिला सके ऐसे डबल इंजन सरकार का क्या फायदा. हमें उतनी सीटें आईं तो इसका फायदा बिहार को मिलेगा.'
'40 में से 38 सीटें परिवार को दिलाएंगे लालू'
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने कहा है कि विशेष दर्जा की मांग पुरानी है. बिहार को विशेष दर्जा तो छोड़ दीजिए विशेष पैकेज तक नहीं मिला. पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा भी नहीं दिला सके. सब ढाक के तीन पात रहा. इधर, बीजेपी नेता और मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि अब तक लालू परिवार को ही सभी सीटें मिली हैं. पहले परिवार से बाहर के लोगों को तो दर्जा दें, तब न बिहार को दर्जा दिला पाएंगे. सभी प्रमुख सीटों पर तो परिवार के लोगों को बैठा रखा है. 40 सीटें देने का मौका मिलेगा तो 38 सीटें वो अपने परिवार को ही दिला देंगे.
नितिन नवीन ने आगे कहा कि बिहार अब मांगने वाला राज्य नहीं देने वाला राज्य बनेगा. पीएम मोदी देश के सभी राज्यों को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी कर रहे हैं. बिहार को हर क्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा आर्थिक मदद मिली है. जबकि जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने तेजस्वी यादव की घोषणा पर चुटकी ली है.
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अजय आलोक ने कहा, 'बाप ने मारी मेढकी और बेटा बना तीरंदाज. 2004 में आरजेडी को 23 सीटें मिली तो रेलमंत्री रहते आईआरसीटीसी घोटाला (IRCTC Scam) हो गया, मॉल घोटाला हो गया. अब 39 सीटें मिल जाएंगी तो पूरा बिहार लूट लेंगे. किसान के नाम पर बिहार बंद (Bharat Band) बुलाया और खुद दिल्ली भाग गए.'