Bihar Taramandal: तारामंडल के आधुनिकीकरण का कार्य पूरा होने में एक साल से अधिक का समय लगेगा. नये तारामंडल में दर्शकों को छह प्रोजेक्टर के माध्यम से थ्री-डी आधारित सौर मंडल पर बनी वर्ल्ड क्लास फिल्में दिखायी जायेंगी.
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पटना: Bihar Taramandal:बिहारवासी भी तारों की दुनिया में सफर कर पाएंगे. यहां तारामंडल को आधुनिक बनाने की कवायद शुरू हो गई है. जर्मन कंपनी कालजाइज की देखरेख और जिम्नेदारी में तारामंडल को आधुनिक बनाने का काम शुरू किया गया है. तारामंडल बिल्डिंग के ढांचे और लोड को समझने के बाद शनिवार से ऑडिटोरियम के इंटीरियर रिनोवेशन के काम को शुरू कर दिया गया. इससे पहले तारामंडल के वाटर प्यूरिफिकेशन और इंसुलेशन का काम किया गया. तारामंडल के आधुनिकीकरण का कार्य पूरा होने में एक साल से अधिक का समय लगेगा. नये तारामंडल में दर्शकों को छह प्रोजेक्टर के माध्यम से थ्री-डी आधारित सौर मंडल पर बनी वर्ल्ड क्लास फिल्में दिखायी जायेंगी.
ऐसे बदला जाएगा ढांचा
शनिवार को कोलकाता की ऑर्बिट आर्किटेक कंपनी की टीम ने इंटीरियर रिनोवेशन का काम शुरू कर दिया है. फिलहाल पुराने ऑडिटोरियम की फ्लोरिंग का काम किया जा रहा है. इसके बाद गैलरी सिटिंग और झुकावदार चेयर की सेटअप तैयार की जायेगी. यहां इसके साथ ही लाइटिंग और एकूस्टिक साउंड ट्रीटमेंट का काम भी आरंभ किया जायेगा. यह बिहार का पहला थ्री-डी प्लेटोरियम होगा, जिसमें दर्शकों को फिल्म देखने पर ऐसा एहसास होगा कि वे सौर मंडल के काफी करीब हैं.
एक साल से अधिक लगेगा समय
तारामंडल के आधुनिकीकरण का कार्य पूरा होने में एक साल से अधिक का समय लगेगा. नये तारामंडल में दर्शकों को छह प्रोजेक्टर के माध्यम से थ्री-डी आधारित सौर मंडल पर बनी वर्ल्ड क्लास फिल्में दिखायी जायेंगी. नये ऑडिटोरियम का पावर रूम ऑडिटोरियम के नीचे होगा और कंट्रोल पैनल भी ऑडिटोरियम के कोने में बनाया जा रहा है. इससे पहले ऑनलॉग सिस्टम डोम के बीच में रखी गयी थी. फ्लोरिंग के कार्य पूरा होने के बाद 15 दिनों के बाद सेटिंग आउट के बाद यह फैबरिकेशन का कार्य शुरू किया जायेगा.