बिहार: 72 करोड़ की लागत से बच्चों के लिए बना पीकू अस्पताल, होगा चमकी बुखार का इलाज
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बिहार: 72 करोड़ की लागत से बच्चों के लिए बना पीकू अस्पताल, होगा चमकी बुखार का इलाज

vइस संबंध में मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कंपोजिट स्टील स्ट्रक्चर के रूप में पूरी तरह से वातानुकुलित पीकू अस्पताल को बीएमएसआईसीएल ने रिकॉर्ड आठ महीने में पूरा कर लिया गया है.

मुजफ्फरपुर में 72 करोड़ की लागत से बना देश का पहला पीकू अस्पताल, 6 जून से सेवा शुरू. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: चमकी बुखार (एईएस) एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) से पीड़ित रोगियों के लिए एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में 72 करोड़ की लागत से बना देश का पहला सौ बेड के पीकू (शिशु गहन चिकित्सा यूनिट) एवं 60 बेड का इंसेफ्लाइटिस वार्ड तैयार कर लिय गया है. अब 6 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसको हरी झंडी दिखाने वाले हैं. 

कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय करेंगे और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद रहेंगे. मालूम हो कि विगत वर्ष में फैली बीमारी के कारण अस्पताल में बढ़ती रोगियों की संख्या को देखते हुए सरकार ने सौ बेड का पीकू अस्पताल बनाने का फैसला किया था, जिसका शिलान्यास 25 सितंबर 2019 में किया गया था.

पूरी तरह से एसी लैस होगा पीकू वार्ड
इस संबंध में मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कंपोजिट स्टील स्ट्रक्चर के रूप में पूरी तरह से वातानुकुलित पीकू अस्पताल को बीएमएसआईसीएल ने रिकॉर्ड आठ महीने में पूरा कर लिया गया है. नवनिर्मित अस्पताल में कुल 102 बेड बनाए गए हैं, जिसमें गंभीर मरीजों के लिए 10 ट्राइएज बेड, 90 पीकू बेड एवं दो आइसोलेशन बेड भी तैयार किया गया है. 

सभी बेड पर पाइपलाइन ऑक्सीजन की व्यवस्था
पीकू के सभी बेड पर पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. पांडेय ने कहा कि नवनिर्मित पीकू अस्पताल में मरीजों के अत्याधुनिक तरीके से हो इसके लिए 20 वेंटिलेटर, 102 कार्डियक मॉनिटर, 21 रेडियेंट वार्मर, 90 सीरिंज पम्प, 51 नेवोलाइजर, 02 डिफिब्रीलेटर, 102 इन्फ्यूजन पंप, 21 पोर्टेबल सेक्शन, 51 पेडिएट्रिक्स लेरिंजोस्कोप, 8 प्रोसड्यूरोलाइट, 34 अम्बू बैग, 15 ब्रेस्ट पम्प, सीबीसी मशीन एवं फुल्ली ऑटोबायोकेमेस्ट्री एनालाइजर इत्यादि उपलब्ध कराया गया है. 

साथ ही इंफेक्शन कंट्रोल के लिए इन्वॉरमेंटल डिकंटेनमेशन सिस्टम एवं डिसइनफेक्टेड जेनेरेशन सिस्टम भी लगाया गया है. इसके अलावे रोगियों के साथ आने वाले परिजनों के लिए 50 बेड के धर्मशाला का भी प्रावधान लॉकर के साथ किया गया है.
पीकू के सभी बेड पर कैमरा लगाया गया है, जिससे कि मरीज के परिजन रोगियों को धर्मशाला से लाइव देख सकेंगे.

चार तले का होगा पीकू भवन
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि नवनिर्मित पीकू भवन चार तल का होगा जिसके ऊपरी तल में रिसर्च सेंटर बनाया गया है. इसके अतिरिक्त हीट वेंटिलेशन एयर एंड एयर कंडीशन, सीसीटीवी, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम, नर्स कॉल सिस्टम, मेडिकल एंड नन मेडिकल फर्निचर, जेनरेटर, 1200 के.वी. का ट्रांसफार्मर, ईपीबीएक्स, रैन वाटर हार्वेस्टिंग तथा मेडिकल इक्यूपमेंट से अस्पताल सुसज्जित है. 

50 से अधिक एंबुलेंस चमकी प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए
पीकू के अंदर ही दो अतिरिक्त डेडिकेटेड लिफ्ट भी लगाया गया है. पांडेय ने कहा कि इसके अतिरिक्त 50 से अधिक एम्बुलेंस चमकी बुखार प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं. साथ ही एईएस किट एवं आवश्यक सामग्री भी सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजे जा चुके हैं. 

दूरी के हिसाब से बढ़ाया गया है प्राइवेट एंबुलेंस का भाड़ा
इसके अलावा प्राइवेट एंबुलेंस के भाड़े को भी बढ़ाकर दूरी के हिसाब से 1200 रुपए तक प्रतिपूर्ति का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि चमकी बुखार एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस के बचाव के लिए प्रभावित क्रमशः 15 जिले पीएमसीएच, पटना, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर, एएनएमसीएच गया, डीएमसीएच दरभंगा, सदर अस्पताल रजौली नवादा, सदर अस्पताल वैशाली, सारण, सीवान, समस्तीपुर, गोपालगंज, औरंगाबाद, नालंदा सदर अस्पताल, पूर्वी चम्पारण एवं पश्चिमी चम्पारण के नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में पिछले एक वर्ष के अन्दर पीकू अस्पताल को कार्यरत किया गया है. 

वहीं जहानाबाद में भी पीकू के स्थापना का कार्य पूरा हो चुका है. मंगल पांडेय ने कहा कि इस अवसर पर 515 करोड़ की लागत से बनने वाले झंझारपुर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, मधुबनी के भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास, 27.10 करोड़ की लागत से बना है. उसकी शुरुआत भी जल्द की जाएगी.

साथ ही एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर अस्पताल का जीर्णोद्धार एवं उन्नयन कार्य का कार्यारंभ एवं 13.42 करोड़ की लागत से निर्मित मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में 100 शय्या वाले मातृ शिशु अस्पताल भवन का उद्घाटन भी किया जाएगा.