बेगूसराय सदर अस्पताल के आईसीयू के सबसे जरूरी उपकरण वेंटिलेटर कई महीनों से खराब पड़े हैं. अस्पताल में छह वेंटिलेटर होने के बाद भी एक भी काम नहीं कर रहा है. मरीजों को इलाज के लिए पटना रेफर किया जा रहा है.
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Begusarai: बिहार के बेगूसराय में सदर अस्पताल की व्यवस्था इन दिनों बेहद खराब है. सदर अस्पताल के आईसीयू के सबसे जरूरी उपकरण वेंटिलेटर कई महीनों से खराब पड़े हैं. अस्पताल में छह वेंटिलेटर होने के बाद भी एक भी काम नहीं कर रहा है. मरीजों को इलाज के लिए पटना रेफर किया जा रहा है. जिसके कारण मरीजों की परेशानी लगातार बढ़ रही है और अस्पताल प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधे हुए है.
वेंटिलेटर युक्त आईसीयू का हुआ था निर्माण
दरअसल, पिछले कुछ सालों से बेगूसराय सदर अस्पताल ने अपनी कार्यशैली के कारण एक अलग पहचान बनाई थी. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से सदर अस्पताल बेगूसराय को इनाम के तौर पर लाखों रुपये की राशि मुहैया कराई गई थी. जिसे अस्पताल की विधि व्यवस्था में खर्च करने के लिए निर्देश दिया गया था. सदर अस्पताल में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू का निर्माण किया गया था.
आईसीयू वार्ड में 9 कमरे और 12 बेड की है व्यवस्था
आईसीयू वार्ड में 9 कमरे हैं और 12 बेड की व्यवस्था है. मई 2021 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा इसका उद्घाटन किया गया था. आईसीयू के लिए छह वेंटिलेटर मंगवाए गए थे. उसके कुछ वक्त के बाद ही वेंटिलेटर मशीन बेकार हो गई थी. जिसे वापस से ठीक करवाकर डॉक्टरों के द्वारा चलाया गया था. लेकिन उसके बाद फिर से वेंटिलेटर मशीन खराब हो गई.
मरीजों को हो रही है परेशानी
बताया जा रहा है कि आईसीयू में शॉर्ट सर्किट लगने से वेंटिलेटर खराब हुआ है. लेकिन उसके बाद भी अस्पताल प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. वहीं, सदर अस्पताल आने वाले मरीजों के परिजनों का कहना है कि गंभीर बीमारियों का इलाज बेगूसराय में संभव है. लेकिन यहां पर वेंटिलेटर मशीनें खराब पड़ी हुई है. जिसके कारण मरीजों को तुरंत पटना रेफर कर दिया जाता है. जिसके चलते मरीजों और उनके परिजनों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मरीजों की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है.
शॉर्ट सर्किट के कारण खराब हुई मशीनें
इस संबंध में आईसीयू के इंचार्ज का कहना है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से बेगूसराय सदर अस्पताल में मौजूद छह वेंटिलेटर खराब हो गए हैं. वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि वेंटिलेटर मशीनों के मरम्मत के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. जल्द ही वेंटिलेटर मशीन को शुरू कर लिया जाएगा. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी अभी तक मशीनों की मरम्मत नहीं हो पाई है और मरीज एवं परिजन परेशान हो रहे हैं.